-आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया पर गंभीर आरोप लगाए

-प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने साथ भेदभाव होने की बात कही

CHAIBASA: अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज मंगल सिंह चाम्पिया ने आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बुधवार को परिसदन में आयोजित प्रेस कंफ्रेंस को संबोधित करते हुए मंगल सिंह चांपिया ने कहा कि भारत को ओलंपिक ख्0क्म् में तीरंदाजी प्रतियोगिता में मैंने ही क्वालीफाई करवाया था। ओलंपिक क्वालिफाई के लिए जुलाई ख्0क्भ् में कोपनहागेन, डेनमार्क में आयोजित व‌र्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में 80 से अधिक देश की टीमों ने भाग लिया था। जिसमें क्ख्8 तीरांदाजों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता में मैंने म्वां स्थान प्राप्त कर ओलंपिक में भारत का सीट कंफर्म किया था।

नहीं मिला बोनस अंक

मंगल ने कहा कि व्यक्तिगत स्पद्र्धा में क्वालीफाई कर देश को ओलंपिक का टिकट दिलाने वालों के लिए कभी भी अलग से सेलेक्शन ट्रायल नहीं होता था, लेकिन दिसंबर ख्0क्भ् में आर्चरी एसोसिएशन आफ इंडिया ने इस नियम में बदलाव करते हुए सेलेक्शन ट्रायल करवाया, जिसमें मुझे भी ट्रायल देने को कहा गया और यह भारत के तीरंदाजी इतिहास में पहली बार हुआ। लेकिन इसके लिए जो नियम बनाया गया उसमें मेरे साथ भेदभाव हुआ। वल्ड कप में प्री क्वार्टर फाईनल में .भ् अंक, क्वार्टर फाईनल में क् अंक एवं सेमीफाईनल में क्.भ् अंक बोनस देने का नियम बनाया गया। लेकिन इस ट्राईल में मुझे बोनस अंक नहीं दिया गया। फिर भी मैंने ट्राईल देने का निर्णय लिया। लेकिन उस वक्त मेरी तबियत खराब हो गयी थी। मेरे डॉक्टर और मैंने ट्रायल को दो दिन स्थागित करने का अनुरोध किया, लेकिन एसोसिएशन नहीं माना। बावजूद इसके मैंने क् अंक हासिल किया और अतानू दास ने भी क् अंक हासिल किया। लेकिन अतानू दास को क्.भ् अंक बोनस देकर ओलंपिक के लिए चयन कर लिया गया।