- गंदा हो चुका है तालाब का पानी

- शाम ढलते ही छा जाता है अंधेरा

- देखरेख कमेटी भी हो गई है डेड

PATNA CITY: पटना सिटी के लोगों को मॉर्निग वाक करना हो या शाम में बैठकर फ्रेंड्स के साथ गप्पें करनी हो तो वे मंगल तालाब पहुंच जाते हैं। लोगों की मंशा होती है कि तालाब किनारे ठंडी और स्वच्छ हवा मिलेगी। इस सोच के साथ सैकड़ों लोग मॉर्निग वाक करने मंगल तालाब पहुंचते हैं। लेकिन अब संख्या में दिन-प्रतिदिन कमी आ रही है। कुछ समय से मेंटेनेंस नहीं होने से तालाब डेड होती जा रही है। तालाब करीब फ्0 एकड़ में फैला है। पानी में गंदगी फैली है। ऊपर से पानी झांकने से ही गंदगी आसानी से दिख जाती है। तालाब के चारों किनारे गंदगी का अंबार लगा है।

कैंपस में भी है गंदगी

पानी के साथ ही पूरे कैंपस में गंदगी फैली है। वॉकिंग ट्रैक के साथ ही बैठने वाले स्थानों के पास गंदगी है। एक तो कूड़े-कचरे की गंदगी और ऊपर से बारिश का पानी। गंदगी से बदबू आने लगी है। सुबह हो या शाम, लोगों का उठना-बैठना मुश्किल हो गया है।

पब्लिक भी हैं दोषी

गंदगी के लिए पब्लिक भी दोषी है। शाम में अधिकतर लोग रैपर, पेपर और बोतल तालाब के पानी या वाकर ट्रैक पर ही फेंक देते हैं। जबकि मंगल तालाब कैंपस में कई जगहों पर डस्टबिन रखा है। लेकिन लोग डस्टबिन का यूज नहीं करते हैं।

शाम ढलते ही छा जाता है अंधेरा

मंगल तालाब में चार एंट्री प्वाइंट्स हैं। शाम ढलते ही अंधेरा छा जाता है। अंधेरे में कोने में बैठकर कुछ लोग शराब पीते हैं। फायदा क्रिमिनल्स भी उठाते हैं। क्राइम कर क्रिमिनल्स किसी भी प्वाइंट्स से फरार हो सकते हैं।

डेड हो चुकी है कमेटी

डेवलपमेंट, सौंदर्यीकरण और मेंटेनेंस कमेटी में म् मेंबर्स हैं। लेकिन ये कमेटी पूरी तरह से डेड हो चुकी है। एक भी मेंबर एक्टिव नहीं है। कुछ समय से कमेटी ने मंगल तालाब के डेवलपमेंट के लिए कोई काम नहीं किया है।

एसडीएम जता चुके हैं नाराजगी

दुर्दशा देख एसडीएम अनिल राय भी नाराजगी जता चुके हैं। फ् जुलाई को एसडीएम ने मंगल तालाब का जायजा लिया था। पानी के अंदर और बाहर की गंदगी, खराब लाइट उन्होंने देखी थी। एसडीएम की मानें तो मंगल तालाब की हालत में सुधारना जरूरी है। जल्द की कमेटी की मीटिंग बुलाएंगे। जिसमें डेवलपमेंट और सौंदर्यीकरण का खाका तैयार करेंगे।