-रियो ओलंपिक में 20 किमी वॉक में 13वें स्थान पर रहे मनीष

-दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 82 एथलीट के बीच मनवाया अपना लोहा

DEHRADUN: रियो ओलंपिक में ख्0 किमी वॉक में भले ही मेडल चाइना और आस्ट्रेलिया के धावकों के नाम रहा, लेकिन इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के मनीष सिंह रावत ने टॉप क्फ् में जगह बनाकर न केवल उत्तराखंड बल्कि देशवासियों का दिल जीत लिया है। वॉक प्रतियोगिता में ओलंपिक में टॉप क्फ् में आने वाले वह इंडिया के पहले एथलीट भी बन गए हैं। मनीष ने ख्0 किमी की वॉक प्रतियोगिता क् घंटा, ख्क् मिनट, ख्क् सेकेंड मे पूरी की है। जबकि गोल्ड मेडल जीतने वाले चाइना के एथलीट ने क्घंटा, क्9 मिनट, क्ब् सेकेंड निकालकर और ऑस्ट्रेलियन एथलीट ने क् घंटा ख्0 मिनट निकालकर ब्रोंज मेडल जीता। ऐसे में सिर्फ एक मिनट के अंतर से मनीष मेडल से वंचित रह गए। ख्0 किमी वॉक की इस प्रतियोगिता में व‌र्ल्ड के 8ख् बेस्ट एथलीट ने भाग लिया था। हालांकि म्ब् एथलीट ही इस प्रतियोगिता को पूरा कर पाए।

गुरमीत और गणपति डिस्क्वालिफाई

इंडिया की ओर से मनीष सिंह रावत के अलावा गणपति और बाजपुर के गुरमीत सिंह ने भी इस इवेंट में भाग लिया था, लेकिन दुर्भाग्यावश फॉल्ट के चलते ब् मिनट में गुरमीत और 8 मिनट में गणपति को निर्णायक मंडल ने डिस्क्वालिफाई करार देते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया। दरसअल इस वॉक प्रतियोगिता में एथलीट को घुटना मोड़े बगैर चलना पड़ता है। साथ ही एक पांव उसका जमीन पर होना चाहिए। लगातार तीन बार रेड कार्ड मिलने के बाद एथलीट को बाहर कर दिया जाता है।

कोच ने मनीष का प्रदर्शन सराहा

मनीष के कोच खेल विभाग में उप जिला खेल अधिकारी अनूप बिष्ट ने बताया कि भारतीय समय के अनुसार रात क्क् बजे जबकि ब्राजील में दोपहर ख्.फ्0 बजे तेज धूप के बीच यह इवेंट हुआ है। जिसमें हर दो मिनट बार एथलीट शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे थे। हर ख् मिनट बाद एथलीट पानी की बोतल और स्पंच ले रहे थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कॉम्पिटीशन कितना टफ था। खास बात यह रही कि इस साल का व‌र्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाला एथलीट मनीष से कई स्थान पीछे रहा है।

एक समय टॉप 7 में था मनीष

मनीष पहले क्0 किमी के दौरान प्रतियोगिता में क्ख्वें स्थान पर था। इसके बाद क्ख् किमी पर टॉप क्0 और क्ब् किमी पर वह टॉप 7 तक पहुंच गया था, लेकिन क्म् किमी के बाद अचानक टॉप एथलीट के बीच मनीष पिछड़ गया, लेकिन लास्ट के ख् किमी के दौरान वह क्फ्वां स्थान लाने में कामयाब रहा। हालांकि मनीष ने भ्0 किमी वॉक प्रतियोगिता में भी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था, लेकिन अंत में भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन ने उन्हें ख्0 किमी और भ्0 किमी मे से किसी एक इवेंट में खेलने की च्वाइस मांगी थी। मनीष ने ख्0 किमी वॉक में भाग लेने की इच्छा जाहिर की थी, जिससे अब भ्0 किमी वॉक में मनीष के खेलने की संभावनाएं कम ही नजर आ रही हैं।

एशियन चैंपियनशिप में जीता था सिल्वर

मूल रूप से चमोली जिले के सगर गांव निवासी मनीष रावत उत्तराखंड पुलिस के जवान हैं। जिन्होंने रियो ओलंपिक के लिए ख्0 किमी और भ्0 किमी पैदल वॉक रेस में ए-स्टैंडर्ड में क्वालीफाई किया था। वह वर्तमान में ख्0 किलोमीटर पैदल चाल की रैंकिंग में नंबर वन की पोजिशन पर हैं। जिसमें उनकी बेस्ट टाइमिंग क् घंटा ख्0 मिनट ख्म् सेकेंड है, जो उन्होंने जापान में एशियन चैंपियनशिप के दौरान सिल्वर मेडल जीतकर हासिल की थी, जबकि भ्0 किमी में वॉक में उनकी भ्वीं रैंक है। इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ टाइम फ् घंटा भ्म् मिनट भ्0 सेकेंड है।