सूत्रों के मुताबिक अरेस्टिंग एक दिन पहले ही शाम को कर ली गई थी। एनआईए और रांची पुलिस ने कार्रवाई को मिलकर अंजाम दिया। आज मंजर इमाम को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया जा रहा है। इसके बाद एनआईए उसे रिमांड पर लेगी।

कई आतंकियों का है झारखंड से रिश्ता

इंडियन मुजाहिदीन के दो दर्जन आतंकियों का झारखंड से रिश्ता रहा है। हैदराबाद में हुए बम धमाकों में जिन तीन आतंकियो के नाम सामने आ रहे हैं, उनमें से एक मंजर इमाम भी है। उसे इंडियन मुजाहिदीन का मेंबर बताया जाता है। इंटेलीजेंस एजेंसीज के मुताबिक ऑर्गनाइजेशन में उसे अबू हनीफा के नाम से जाना जाता है।

hyderabad blast का आरोपी मंजर इमाम रांची से arrest

मंजर इमाम पिछले दो सालों से फरार था। पुलिस ने अरेस्टिंग के लिए उसके घर पर दबिश भी दी लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली। इससे पहले मंजर के रांची में ही कहीं छुपे होने की अपुष्ट खबरें लगातार आ रही थीं।

गोल्ड मेडलिस्ट रहा है मंजर

अपने समय के गोल्ड मेडलिस्ट रहे मंजर पर आतंक के 15 मामले गुजरात के विभिन्न शहरों में दर्ज हैं। वर्ष 2008 में हुए सूरत ब्लास्ट में रांची स्थित बरियातू के दानिश नदीम को गुजरात की एसआईटी टीम ने गुजरात में ही गिरफ्तार किया था। दानिश ने ही मंजर इमाम के बारे में जानकारी दी। दानिश नदीम इंडियन मुजाहिदीन का एक्टिविस्ट है। उसने सूरत में हुए विस्फोट में अपनी भागीदारी होने की बात स्वीकार की थी.