-करीब 20 माह बाद मिल पाए भाजपा नेताओं को दायित्व

-पहले चरण में 14 को जिम्मा, दूसरी लिस्ट का इंतजार कर रहे बाकी नेता

देहरादून, डेढ़ साल के इंतजार के बाद सरकार ने पार्टी के एक दर्जन से अधिक नेताओं को नए साल का तोहफा दिया है। इन नेताओं को निगमों, आयोगों, समितियों और परिषदों में अध्यक्ष व उपाध्यक्षों का जिम्मा सौंपा गया है। हालांकि शुरुआत में इस सूची में करीब 35 से अधिक के नाम शामिल होने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन आखिरी चरणों में 14 नाम ही फाइनल हो पाए। शनिवार को दायित्व मिलने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी से मुलाकात की।

तीन राज्यों की हार भी वजह

पिछले वर्ष भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि जिन नेताओं को चुनाव के दौरान टिकट नहीं मिल पाया, उन्हें आयोगों, परिषदों व समितियों में समायोजित किया जाएगा। उनकी नाराजगी दूर की जाएगी। वैसे भी पूर्ववर्ती सरकारों में ऐसा होता आया है, लेकिन आज-कल के बीच डेढ़ साल से अधिक का वक्त बीत गया। बताया जा रहा है कि हाल में मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ में सालों से सत्ता पर काबिज भाजपा के बेदखल होने के बाद राज्य में सरकार पर दबाव बढ़ गया।

::किसको क्या जिम्मा मिला::

नाम--दायित्व

विजया बड़थ्वाल---अध्यक्ष, महिला आयोग

मोहन प्रसाद थपलियाल--अध्यक्ष, बीकेटीसी

केदार जोशी --अध्यक्ष, कुमाऊं मंडल विकास निगम

नरेश बंसल--उपाध्यक्ष, राज्य स्तरीय 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति

गजराज बिष्ट--उपाध्यक्ष, कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड

ज्ञान सिंह नेगी--उपाध्यक्ष, राज्य ग्रामीण स्वास्थ्य सलाहकार परिषद

शमशेर सिंह सत्याल--अध्यक्ष, श्रम संविदा सलाहकार बोर्ड

डॉ। विनोद आर्य-- उपाध्यक्ष, पशु कल्याण बोर्ड

महावीर सिंह रांगड़--अध्यक्ष, गढ़वाल मंडल विकास निगम

डॉ। आरके जैन--अध्यक्ष, अल्प संख्यक आयोग

समीम आलम--अध्यक्ष, उत्तराखंड हज समिति

दीप्ति रावत--उपाध्यक्ष, उच्च शिक्षा उन्नयन समिति

घनानन्द उर्फ घन्ना भाई--उपाध्यक्ष, उत्तराखंड संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद

राजेश कुमार--अध्यक्ष, समाज कल्याण अनुश्रवण समिति

-पार्टी के 14 नेताओं को मुख्यमंत्री ने दायित्व सौंपे हैं। इन नेताओं के अनुभवों का राज्य के विकास व जनहित में योगदान मिलेगा। बाकी दायित्व कब बंटेंगे, मुख्यमंत्री पर निर्भर करेगा।

मदन कौशिक, शासकीय प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री।

मुझे महिला आयेाग का जिम्मा दिया गया है। राज्य में महिलाओं की समस्याओं के लिए मेरी तरफ से जितनी कोशिश हो पाएगी, की जाएगी। सरकार ने मुझ पर भरोसा जताया है।

विजया बड़थ्वाल, नवनियुक्त अध्यक्ष, महिला आयोग।

राष्ट्रीय व प्रदेश नेतृत्व के साथ ही सीएम व पर्यटन मंत्री का आभार। केदारनाथ में बेहतर पुनर्निर्माण कार्य हुए हैं। यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिले, आमद बढ़े, प्राथमिकताएं रहेंगी।

मोहन प्रसाद थपलियाल--अध्यक्ष, बीकेटीसी।

-ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा बेहतर हो, उसमें सरकार व सीएम के सहयोग से बेहतर करने की कोशिश करेंगे। स्वास्थ्य सेवाओं के वजह से पलायन भी कारण माना जाता रहा है।

ज्ञान सिंह नेगी--उपाध्यक्ष, राज्य ग्रामीण स्वास्थ्य सलाहकार परिषद