- 31908 व्यापारी ऐसे हैं, जो माइग्रेट होकर जीएसटी में आए हैं।
- 18878 व्यापारियों ने अगस्त माह का रिटर्न फाइल नहीं किया है।
- 20 सितंबर तक रिटर्न दाखिल कर देनी थी अगस्त माह की
- 200 रुपए रोज लेट फाइल अब देने होंगे व्यापारियों को
- 100 रुपए स्टेट जीएसटी ऑफिस वसूल करेगा
- 100 रुपए सेंट्रल जीएसटी की ओर से वसूला जाएगा
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व्यापारी करते ये बहाने
- मेरी तो फाइलिंग हो चुकी है।
- मैंने सीए को फाइल दिया है।
- अभी तो मैं रजिस्ट्रेशन में उलझा हूं।
- कंप्यूटर ऑपरेटर को टैक्स रिटर्न फाइल करने आ ही नहीं रहा है।
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i special
- अगस्त माह में 41 फीसदी व्यापारियों ने ही की है जीएसटी रिटर्न फाइल
- जुटा है पूरा कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट फिर भी नहीं मिल रही सक्सेस
GORAKHPUR: गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) को लेकर पूरा कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट शिद्दत से लगा हुआ है इसके बाद भी सिटी के 32 हजार व्यापारियों में सिर्फ 19 हजार ने ही जीएसटी रिटर्न फाइल की है। कुछ व्यापारी अभी भी जीएसटी से अपना नफा-नुकसान जोड़ने में ही लगे हुए हैं। इस कारण जीएसटी रिटर्न में देश में पहला मुकाम हासिल करने वाले उत्तर प्रदेश की गोरखपुर सिटी जीएसटी रजिस्ट्रेशन और टैक्स फाइलिंग के आंकड़े में बॉटम लाइन में आ गया है।
डिपार्टमेंट ने शुरू किया सॉर्टिग
गोरखपुर में व्यापारियों की तादाद काफी ज्यादा है मगर अब भी बड़ी तादाद में व्यापारियों ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। वहीं रिटर्न फाइल करने में तो व्यापारी और भी पीछे हैं। इसे लेकर कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट ने सभी व्यापारियों की लिस्ट की सॉर्टिग शुरू कर दी है।
एक-एक व्यापारी को जा रही कॉल
सीएम सिटी होने के बाद भी जीएसटी फाइलिंग में फिसड्डी रहने वाले गोरखपुर के लिए डिपार्टमेंट काफी संजीदा है। सभी रजिस्टर्ड व्यापारी अपनी टैक्स फाइल कर दें, इसके लिए जिम्मेदार युद्ध स्तर पर जुट गए हैं। जहां व्यापारियों को नोटिस सर्व की जा रही है, वहीं एक-एक व्यापारी को कॉल कर उन्हें टैक्स फाइल करने के लिए मोटीवेट किया जा रहा है।
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वर्जन
जिन लोगों ने अब तक फाइलिंग नहीं की है उनको कॉल की जा रही है। इसके लिए सभी अधिकारियों को लगाया गया है। टैक्स फाइलिंग सबको करनी पड़ेगी, वरना जुर्माना अदा करना पड़ेगा।
- विजय कुमार,
एडिशनल कमिश्नर, कॉमर्शियल टैक्स
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