- बडे़ स्कूलों की जांच के लिए तो बड़े अधिकारी होंगे

- जांच समिति में शामिल हो रहे हैं पब्लिक स्कूलों के पि्रंसीपल

- सख्ती दिखाई तो निकलकर आई कई गड़बडि़यां

<- बडे़ स्कूलों की जांच के लिए तो बड़े अधिकारी होंगे

- जांच समिति में शामिल हो रहे हैं पब्लिक स्कूलों के पि्रंसीपल

- सख्ती दिखाई तो निकलकर आई कई गड़बडि़यां

MEERUT:

MEERUT: पब्लिक स्कूलों की जांच में तो प्रशासन ने अपने तेवर ही बदल डाले हैं। स्कूलों की जांच जहां अब तक खानापूर्ति ही चल रही थी, लेकिन अब तो गड़बड़ी वाले स्कूलों के निरीक्षण भी देरी से करने के आसार लग रहे हैं। सिटी में जिन स्कूलों को लेकर पेरेंट्स की सबसे अधिक शिकायत आ रही है, प्रशासन उन्हीं स्कूलों की जांच में देरी कर रहा है और अगर किसी स्कूल की जांच हो भी रही है, तो वो भी केवल स्कूल को निहारने और चाय नमकीन तक ही सीमित हो रही है।

यहां क्यों नहीं करते जांच

सिटी के कई ऐसे स्कूल हैं, जिनमें गड़बडि़यां हैं। निरीक्षण की टीम उनकी जांच में देरी क्यों कर रही है। सिटी में ऋषभ एकेडमी, सोफिया ग‌र्ल्स स्कूल, सेंट मेरी, एमपीएस स्कूल, सेंट पीटर एकेडमी स्कूलों की जांच में क्यों देरी हो रही है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार इनमें से कुछ स्कूल तो ऐसे हैं जिनमें केवल खानापूर्ति और सैर सपाटे का ही निरीक्षण हुआ है। और कुछ स्कूल जैसे ऋषभ एकेडमी, सेंट मेरी, सेंट पीटर की तो जांच में ही देरी पर देरी की जा रही है। विश्वसनीय सूत्रों अनुसार ज्ञात हुआ है कि टीम द्वारा स्कूलों को जांच की पहले से ही सूचना भी दी जा रही है।

बड़े स्कूलों में जाएंगे बड़े अधिकारी

प्रशासन ने अपने तेवर बदलते हुए साफ कर दिया है कि बड़े स्कूलों में बड़े अधिकारी खुद ही जांच के लिए जाएंगे। निरीक्षण टीम में बदलाव करते हुए यह तय किया गया है। जिसके अनुसार आर्मी, जेपी एकेडमी, केंद्रीय विद्यालय डोगरा लाइन, केंद्रीय विद्यालय सिख लाइन, पुलिस माडर्न स्कूल, सेंट पेट्रिक्स एकेडमी, दयावती मोदी एकेडमी, तक्षशिला पब्लिक स्कूल, सोफिया ग‌र्ल्स स्कूल, द अध्ययन की जांच बड़े अधिकारी करेंगे। इनकी जांच के लिए एडीएम, एडीएमएलई और डीआईओएस खुद ही जांच करेंगे।

मिली गड़बडि़यां

आखिरकार गुरुवार को जब निरीक्षण टीम ने थोड़ी सी सख्ती दिखाई तो कुछ स्कूलों की गड़बडि़यां सामने आईं। जहां जेपी एकेडमी और शांति निकेतन के बच्चों ने स्कूल की पोल खोली तो वहीं मेरठ पब्लिक सिटी लुक स्कूल में भी काफी गड़बडि़यां निकलकर आई। दर्शन एकेडमी फिलहाल कुछ खास नहीं निकलकर आया है। मगर यहां कुछ डॉक्यूमेंट अधूरे पाए गए।

यहां तो स्कूल में बुक्स बिकती हैं

जेपी एकेडमी और शांति निकेतन विद्यापीठ में स्कूल के बच्चों ने ही पूरी पोल खोल डाली। जांच के समय बच्चों ने बताया कि सर यहां तो बुक्स और ड्रेस स्कूल के अंदर ही मिला करती है। केवल इतना ही नहीं विभिन्न तरह के चार्ज लगाने की बात भी बच्चों ने टीम को बताई। वहीं दर्शन एकेडमी में कुछ आधे-अधूरे डॉक्यूमेंट मिलने पर स्कूल से उनकी मांग की गई। वहीं दीवान पब्लिक स्कूल में कुछ डॉक्यूमेंट न मिलने पर संबंधित कागजों की ही मांग की है।

टीम में स्कूलों को भी करें शामिल

शांति निकेतन विद्यापीठ स्कूल में एडीएम सिटी एसके दुबे ने पब्लिक स्कूलों के प्रिंसीपल की मीटिंग ली। मीटिंग के दौरान एडीएम सिटी ने सभी स्कूलों से जल्द से जल्द कागजात जमा करने की बात कही। जिसके बाद पब्लिक स्कूलों ने जांच टीम पर सवाल उठाते हुए स्कूलों के सदस्यों को शामिल करने की मांग रखी। इस दौरान टीम में कुछ स्कूलों के प्रिंसीपल को शामिल करने की बात भी स्कूलों ने रखी। एडीएम ने इस बात पर सहमति जताई।

जांच टीम के विरुद्ध करेंगे आंदोलन

एबीवीपी के छात्र संघ ने पब्लिक स्कूलों की जांच के विरुद्ध आंदोलन करने का फैसला लिया है। एबीवीपी के अंकुर राणा ने कहा कि डीएम ने पब्लिक स्कूलों के खिलाफ टीम गठित की और जांच भी करवाई। मगर स्कूलों में जाकर टीम केवल खानापूर्ति ही कर रही है। इसके खिलाफ एबीवीपी आंदोलन करेगी।

कोशिश ने दिया धरना

कोशिश सामाजिक संगठन ने कलेक्ट्रेट पर पब्लिक स्कूलों के विरुद्ध प्रदर्शन किया। इस दौरान संस्था के सदस्यों ने डीएम को ज्ञापन सौपा। अध्यक्ष अजय सेठी ने कहा कि शिक्षा के मंदिरों में खुलकर पेरेंट्स का शोषण हो रहा है। प्रशासन को पब्लिक स्कूलों में जल्द से जल्द फीस का नियम बनाना होगा। इस दौरान राजन, मजहर नवाज, आदिल सिद्दकी, मनोहर गुरनानी, दिनेश आहूजा, सुंदर श्याम छाबड़ा, नदीम जावेद आदि उपस्थित रहे।

जांच तो सभी स्कूलों की जा रही है। एक साथ सभी स्कूलों की जांच करना भी संभव नहीं है। इसलिए टीम धीरे-धीरे सभी की जांच कर रही है।

-एसके दुबे, एडीएम सिटी