GORAKHPUR: जेल जाने के नाम से ही किसी का भी कलेजा कांप जाता है इसलिए हर कोई चाहता है कि चाहे जैसे भी हो, उसे जेल न जाना पड़े। इस डर से कुछ लोग कानून की शरण में जाते हैं तो कुछ ज्योतिष के। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि गोरखपुर जेल में रोज कुछ लोग सिर्फ वहां का दाना-पानी खाने के लिए जाते हैं। ऐसे लोग बंधन योग से मुक्ति के लिए यह टोटका अपनाते हैं ताकि आने वाले दिनों में उन्हें जेल न जाना पड़े। जेल प्रशासन भी ऐसे लोगों के प्रति उदार रहता है।

 

'बंधन योग से जाते हैं जेल'

ज्योतिषाचार्यो की मानें तो ज्योतिष के अनुसार घर की तरह जेल भी रहने की जगह है। जहां घर में रहकर लोग खुश रहते हैं वहीं जेल में सजा के तौर पर रहते हैं। ज्योतिष विज्ञान में घर को चतुर्थ भाव से देखा जाता है। यही भाव जेल का भी होता है। जिसकी कुंडली के चतुर्थ भाव में कुयोग होता है, पाप-ग्रहों का संयोग बनता है या जिसकी राशि में चतुर्थेश पाप पीडि़त होता है, उस व्यक्ति की कुंडली में बंधन योग होता है। जिससे उसके जेल जाने की संभावना रहती है। इसी बंधन योग से मुक्ति के लिए लोग ज्योतिषी से संपर्क करते हैं।


बंधन योग से मुक्ति

जेल जाने से बचने के लिए बंधन योग से मुक्त होना जरूरी है। इसके लिए चतुर्थेश को अच्छा करना, काल पुरुष के चतुर्थेश में चंद्रमा को लाभकारी बनाना, उस व्यक्ति के चतुर्थ ग्रह को शुभ बनाने की कोशिश की जाती है। ज्योतिष में सभी ग्रहों को लाभकारी बनाने के लिए अलग-अलग उपाय किए जाते हैं। इसी तरह चतुर्थेश को बेहतर करने के लिए तमाम उपाय किए जाते हैं। इनमें एक उपाय यह भी है कि जेल का दाना-पानी खाया जाए ताकि आने वाले दिनों में यह न खाना पड़े। इसके लिए रोज ही कुछ नेता, रसूखदार लोग जेल पहुंचकर जेल प्रशासन से संपर्क करते हैं और वहां का दाना-पानी उपलब्ध कराने की गुहार लगाते हैं।

 

जेल के भोजन की है डिमांड

जेल अफसरों का कहना है कि कई बार प्रभावशाली लोग, नेता, बिजनेसमैन, ठेकेदार, मुकदमों में फंसे लोग जेल के भोजन के लिए संपर्क करते हैं। वे चाहते हैं कि उनको जेल के मेस में बननी वाली रोटी, सब्जी, दाल, चावल, पानी सहित कोई खाने-पीने की चीज मिल जाए। जेल की रोटी खाने, कैंपस के भीतर का पानी पीने से उनका जेल जाने की संभावना कम हो जाएगी। कोई अशुभ योग होगा तो वह आसानी से टल जाएगा। इनमें कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो जेल अधिकारियों से सहूलियत न मिलने पर बंदियों से मिलने के बहाने भीतर चले जाते हैं। वे बंदी से मिलकर उनके साथ जेल का दाना-पानी पाने का प्रयास करते हैं। पहली मुलाकात में बात न बनने पर दूसरी-तीसरी बार प्रयास करते हैं। जेल अधिकारियों का कहना है कि तमाम लोग कैंपस में खाना खाते हैं। इस तरह के टोटके अपनाने वाले सामान्य लोग नहीं होते हैं।

 

जेल का दाना-पानी प्राप्त करने का टोटका पारंपरिक रूप से चला आ रहा है। जेल में बने भोजन के लिए तमाम लोग संपर्क करते हैं। कई बार उनकी मनुहार पर उनकी मांग पूरी कर दी जाती है। महीने में कम से कम तीन-चार ऐसे लोग संपर्क करते हैं।

आरके सिंह, जेलर

 

ज्योतिष के अनुसार जन्मपत्री में बंधन योग होने पर संबंधित व्यक्ति के चतुर्थ ग्रह को शुभ बनाना हितकारी होता है। इसके लिए ही इस तरह के उपाय अपनाए जाते हैं।

- पंडित नरेंद्र उपाध्याय, ज्योतिषाचार्य