Meerut: कोतवाली के तीरगरान से प्याऊ का एक तीर निकला और उसने इलाके को घायल कर दिया। जिसमें काफी लोग घायल हुए और कुछ ने किसी तरह अपनी जान बचाई। कई लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। खास बात ये रही कि इस दंगे में जो लोग बवालियों की टीम में शामिल थे और खुलेआम फायरिंग कर रहे थे वे रविवार को हुई शांति समिति की बैठक में हिस्सेदारी करते मिले। यह बात पुलिस भी जानती है और इलाके के लोग भी। ऐसे लोग शांति समिति की मीटिंग में शामिल हो रहे हैं जो खुद ही अशांति फैलाने में मौजूद थे। इससे यह साफ है कि पुलिस, प्रशासन और खुफिया तंत्र कितना चौकन्ना है।