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रिम्स के पेडिया वार्ड में साढ़े छह साल का बच्चा एडमिट है. थैलेसीमिया का मरीज होने के कारण उसे बी पॉजीटिव खून की जरूरत है. काफी चक्कर लगाने के बाद उसे एक यूनिट खून तो मिला. लेकिन डॉक्टर ने उसे चार यूनिट खून चढ़ाने को कहा है. अब उसके परिजन परेशान हैं कि क्या करें.

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तीन मई को रिम्स के ही पेडियाट्रिक वार्ड में तमाड़ से आए बच्चे की हालत ठीक नहीं थी. उसे डॉक्टर ने तत्काल ब्लड चढ़ाने को लिखा. लेकिन 6 दिनों के बाद भी उसे खून नहीं मिल पाया है. उसके पिता हाथ में ब्लड का सैंपल और फार्म लेकर ब्लड बैंक में इंतजार कर रहे हैं.

ये दोनों केस तो महज एग्जाम्पल भर हैं. सिटी में थैलेसीमिया के ऐसे बहुत से पेशेंट्स हैं जिन्हें ब्लड न मिलने की प्रॉब्लम से दो चार होना पड़ रहा है. पूरे राजधानी में खून की किल्लत हो गई है. हालात ये हैं कि इस गंभीर बीमारी से जूझ रहे छोटे-छोटे बच्चों तक को भी खून नहीं मिल पा रहा है. इनके परेशान परिजन हफ्ते भर से रिम्स ब्लड बैंक का चक्कर लगा रहे हैं. इसके बावजूद उन्हें खून नहीं मिल पा रहा है. वहीं पूछने पर बस इतना कहा जाता है कि आएगा तो मिलेगा. ऐसे में परिजनों को यह चिंता सता रही है कि आखिर खून कहां से मिलेगा?

वेबसाइट पर भी अपडेट नहीं

रिम्स का ब्लड बैंक राज्य का मॉडल ब्लड बैंक है. जहां पर एक हजार यूनिट ब्लड रखने की कैपेसिटी है. लेकिन कुछ दिनों से इस ब्लड बैंक में खून ही नहीं मिल पा रहा है. सिर्फ डोनर लेकर आने वालों को खून मिल पा रहा है. लेकिन लापरवाही ये है कि ब्लड की इतनी क्राइसिस के बाद भी ब्लड बैंक की वेबसाइट को भी अपडेट नहीं किया जा रहा है.

अपील पर भी नहीं आ रहे डोनर्स

खून की कमी देखते हुए पिछले दिनों डायरेक्टर रिम्स ने ब्लड बैंक के पदाधिकारी को भी बदल दिया ताकि व्यवस्था में सुधार हो सके. साथ ही लोगों से अपील भी की कि वे ब्लड डोनेशन के लिए आए आएं. इसके बाद भी कोई भी ब्लड डोनेट करने के लिए इंटरेस्ट नहीं दिखा रहा है.

सदर में भी सिर्फ ओ व बी पॉजीटिव

सदर हॉस्पिटल के ब्लड बैंक में भी केवल ओ पॉजीटिव 28 और बी पॉजीटिव के 19 यूनिट अवेलेबल हैं. इसके अलावा किसी भी ग्रुप का खून बैंक में नहीं है. इससे समझा जा सकता है कि राजधानी में खून के लिए लोग दर-दर की कितनी ठोकरे खा रहे हैं फिर भी उन्हें खून नहीं मिल रहा है.

गर्मी से नहीं कर रहे डोनेट

गर्मी से पहले रिम्स कई जगहों पर कैंप लगाया करता था. जिसमें काफी संख्या में डोनर्स भी आ रहे थे. लेकिन कुछ दिनों से सिटी में बढ़ती गर्मी के कारण लोग ब्लड डोनेट करने से कतरा रहे हैं. ऐसे में ब्लड बैंक के अधिकारी भी परेशान हैं.