RANCHI : शादी-विवाह के लिए पहले जहां विश्वस्तों, मध्यस्थों और अगुआ की जरुरत होती थी, अब उसकी जगह सूचना के अधिकार अधिनियम और बैंक सिविल डिटेल्स ने ले ली है। अगर वर सरकारी नौकरी में है तो वधू पक्ष उसकी सैलरी से लेकर पद, पोस्टिंग, कैरेक्टर, विभागीय जांच जैसे अन्य मामलों की जानकारी आरटीआई के माध्यम से हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं और यदि होने वाला दामाद व्यवसायी या निजी संस्थानों का कर्मी है तो उसके पैन नम्बर के जरिये उसका सिविल वैरीफिकेशन वे करा रहे हैं। इस बाबत आधिकारिक ठप्पा लगने के बाद ही विवाह के सातों फेरे और सात वचन लेने के लिए वर को योग्य माना जा रहा है।

आरटीआई से सरकारी ठप्पा

सरकार के द्वारा आरटीआई के जरिए एकत्र की गयी सूचना दरअसल सरकारी ठप्पा है जिसके बाद किसी तरह के जांच की जरुरत नहीं पड़ती। शैक्षणिक योग्यता का मामला हो या पद अथवा वेतन का हर तरह के सवालों के जवाब के लिए सरकारी मुहर लग जाती है जिसके बाद वधु पक्ष के लोग निश्चिंत होकर शादी की शहनाई बजवा देते हैं।

लड़का डीएसपी, आरटीआई से मांगी पूरी डिटेल

मामला शादी ब्याह से संबंधित है इसलिए नाम न छापने की शर्त पर वधु पक्ष के लोगों ने खुलकर बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के विवाह के लिए एक योग्य डीएसपी लड़का पसंद किया है। लड़का अभी झारखंड में ही पोस्टेड है लेकिन बीच बीच में सस्पेंड होता रहा है। शिक्षित युवती के सलाह पर सूचना के अधिकार से लड़के की पूरी डिटेल मांगी गयी है।

पैन नंबर से वर का खंगाल रहे कुंडली

वधु पक्ष के लोगों को यदि किसी निजी संस्थान या व्यवसायी से अपनी बेटी का विवाह करना होता है तो वह लोग बैंक के लोन डिपार्टमेंट में काम करने वाले बाबूओं को पकड़ते हैं। होने वाले वर का पैन नम्बर दिया जाता है और उसके सिविल की पूरी जानकारी बाहर निकलकर आ जाती है। सिविल यदि खराब हो तो विवाह में पेंच फंस जाता है।

सिविल करता है वर को पास-फेल

एसबीआई में कार्यरत राजीव कुमार कहते हैं कि कई नजदीकी लोग बेटी की शादी से पहले वर की आर्थिक स्थिति को ठोक बजाकर देखना चाहते हैं। पैन नम्बर से सिविल निकाल कर काफी अहम जानकारियां मिल जाती हैं।

आरटीआई से जानकारी में शर्मिदगी कैसी

कांके रोड की प्रियंका कहती हैं कि समाज काफी विकसित हो चुका है, ऐसे में जब आरटीआई जैसा कारगर हथियार हमारे पास है तो उसके इस्तेमाल में शर्मिदगी कैसी। सरकारी बाबूओं की पूरी जानकारी आरटीआई के द्वारा हासिल हो जाती है।