- सीएम सिक्योरिटी में लापरवाही का अनोखा मामला आया सामने

- वाराणसी के युवक से बता दिया सीएम की जान को खतरा

- बिना जांच अलर्ट जारी, डीजे आई नेक्स्ट ने पता लगाया सच

ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW :

यूं तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा के लिए सूबे के पुलिस अधिकारी रोजाना कोई नई रणनीति बनाते रहते हैं पर असलियत में वह इसे लेकर कितना सजग हैं, यह कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर जारी एक पत्र से सामने आ गया। सीएम के कन्नौज दौरे को लेकर जारी इस पत्र में पुलिस को आगाह किया गया कि दुनिया भर के आतंकी संगठनों के अलावा वाराणसी के एक युवक से भी सीएम को खतरा है। यह पत्र जब 'डीजे आई-नेक्स्ट' के हाथ लगा तो इसकी सच्चाई जानने की कवायद की गयी। हकीकत सामने आने पर न केवल यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की कार्यशैली की कलई खुल गयी, साथ ही यह भी पता लग गया कि आखिर इस युवक से सीएम को खतरा क्यों है।

24 जून को जारी किया गया लेटर

दरअसल सीएम सिक्योरिटी से जुड़ा यह पत्र मिलने पर इसकी तह तक जाने की कोशिश की गयी पर वाराणसी पुलिस से लेकर सुरक्षा शाखा, इंटेलिजेंस मुख्यालय तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे सका। मामला यूं है कि विगत 24 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कन्नौज के दौरे पर जाना था। इसे लेकर एसपी कन्नौज ने मुख्यमंत्री के दौरे के सुरक्षा बंदोबस्त के लिए एक आदेश जारी किया जिसमें साफ लिखा था कि उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के आतंकी संगठनों से खतरा है। साथ ही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठनों के आत्मघाती दस्तों से मुख्यमंत्री को प्रत्यक्ष जीवन भय है। इसके अलावा वाराणसी के नई सड़क निवासी शाश्वत कुमार (बदला हुआ नाम) से भी खतरे की बात प्रकाश में आई है। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाए।

नहीं किसी को था पता

सीएम सिक्योरिटी को लेकर जारी इस आदेश में शाश्वत कुमार का जिक्र होने को लेकर जब पुलिस के आलाधिकारियों से संपर्क साधा गया तो उन्होंने इसकी कोई जानकारी होने से इंकार कर दिया। एसपी कन्नौज से भी जब इस बाबत पूछा गया तो वह भी कोई जवाब नहीं दे सके। रिपोर्टर ने जब डीजीपी मुख्यालय के एक अधिकारी से इस बाबत मालूमात की तो उन्होनें इसका पता लगाने की जिम्मेदारी वाराणसी एलआईयू को दी। शाश्वत कुमार के घर पहुंची पुलिस को जब हकीकत का पता चला तो उसके भी होश उड़ गये। दरअसल शाश्वत कुमार के पिता सेल्स टैक्स विभाग में अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी बेटी की शादी तय की थी पर बाद में उन्हें पता चला कि वर पक्ष वाले झूठ बोलकर शादी करना चाहते हैं। उन्होंने शादी तोड़ने को कहा तो वर पक्ष ने नाराज होकर उनके बेटे शाश्वत कुमार को फंसाने के लिए एक ई-मेल किया जिसमें उन्होंने लिखा कि यह व्यक्ति इतना खतरनाक है कि सीएम के लिए भी खतरा बन सकता है।

बॉक्स

पुराना अलर्ट कर दिया कॉपी-पेस्ट

हैरत की बात यह है कि यह मामला पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार का है। ई-मेल मिलने के बाद वाराणसी पुलिस ने शाश्वत को थाने पर बुलाकर पूछताछ की थी और सच पता लगने पर उन्हें जाने दिया था। वहीं जब मुख्यमंत्री को कन्नौज दौरे पर जाना था तो उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसपी कन्नौज ने एक आदेश जारी कर दिया। अलर्ट तैयार करने वालों ने अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहने के दौरान जारी अलर्ट को ही कॉपी-पेस्ट कर दिया और यह अधिकारियों में वितरित भी हो गया। फिलहाल शाश्वत सहारनपुर में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहा है।

कोट

दरअसल यह मामला सपा सरकार का है जिसमें शादी से इंकार करने पर वर पक्ष ने मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर पुलिस अफसरों को इस तरह का ई-मेल कर दिया था। बाद में इसे लेकर पुलिस ने तहकीकात की तो यह झूठा पाया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि कन्नौज पुलिस ने भूलवश पुराना अलर्ट जारी कर दिया है।

डीके सिंह, डिप्टी एसपी, एलआईयू

वाराणसी