घर के सामने से पैदल ही बहला ले गया

राजघाट के पहाड़पुर एरिया में रहने वाले मो। इस्लाम का बेटा कैफ (4) घर के बाहर खेलते समय संडे दोपहर लापता हो गया था। दोपहर तीन बजे के बाद कैफ के पिता के मोबाइल फोन पर अनजान कॉल आई और बेटे के किडनैप की सूचना दी। कॉल करने वाले ने फिरौती के रूप में एक लाख रुपए की मांग की थी। टेलरिंग का काम करने वाले मो। इस्लाम ने इसकी सूचना राजघाट पुलिस को दी और पुलिस सक्रिय हो गई। मो। इस्लाम के मोबाइल पर पैसों के लिए एक ही नंबर से 25 से ज्यादा कॉल आई। इस मामले में पुलिस ने संडे नाइट में दो युवकों को अरेस्ट किया था, जिसमें एक अफगानिस्तान मूल का दौलत खां है, जो सालों से कैंट के खोवा मंडी एरिया में रहकर कपड़े का कारोबार करता है। किडनैपिंग की प्लानिंग तुर्कमानपुर निवासी इश्तियाक ने की थी। इश्तियाक ने कैफ को घर के बाहर खेलते देखा और उसे पैदल ही बहाने से उठा ले गया था।

दोस्त को दिलाया था बीस हजार का कर्ज

मासूम कैफ की किडनैपिंग के आरोप में पकड़े गए इश्तियाक ने बताया कि वह डीएवी कालेज से बीए का स्टूडेंट है। इश्यिाक ने बताया कि उसने अपने दोस्त संजय का कर्ज अदा करने के लिए कैफ को किडनैप किया था। इश्तियाक के अनुसार, उसने बसंतपुर निवासी अपने दोस्त संजय को दौलत खां से बीस हजार रुपये दस प्रतिशत के ब्याज पर चार दिन पहले कर्ज दिलवाया था। दौलत खां को तीन हजार रुपए लौटाने के बाद संजय घर छोड़ कर भाग गया। दौलत उस पर पैसे वापस करने का दबाव बना रहा था। इसी कर्ज को लौटाने के लिए उसने कैफ को किडनैप करने की योजना बनाई थी।

बलदेव प्लाजा के पास हुआ अरेस्ट

इश्तियाक कैफे को लेकर पहले पैदल ही आस-पास घूमता रहा और फिर नॉर्मल मैदान में एक बुजुर्ग महिला के पास कैफ को यह कहकर छोड़ गया कि वह बच्चे के परिवारवालों को बुलाने जा रहा है। इसके बाद इश्तियाक ने कैफ के घरवालों को 25 बार फोन किए और फिरौती की रकम अलग-अलग जगह मंगवाई। फिरौती की रकम एक लाख रुपये लेकर कैफ के मामा रफीक रात 10 बजे उसके बताए एरिया में पहुंचे। पहले उसने छोटे काजीपुर स्थित मिसकार मोहल्ले में बुलाया फिर खुर्रमपुर, नागंलिया हॉस्पिटल के पास बुलाया। वहां पहुंचने पर उसने फिर कॉल किया और हरा इमामबाड़ा के पास बुलाया फिर शिवॉय होटल के पास और अंत में बलदेव प्लाजा के पास बुलाया। वहीं पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया।

फेक आईडी के सिम से खेलता रहा खेल

किडनैपिंग के आरोप में पकड़ा गया इश्तियाक भले ही क्राइम की दुनिया का कच्चा खिलाड़ी हो, लेकिन फिरौती के लिए उसने जो तरीका अख्तियार किया वह पक्के खिलाड़ी जैसा था। उसने फिरौती के लिए अपने मोबाइल फोन का यूज नहीं किया, बल्कि अपने एक दोस्त से सेलफोन उधार मांगा और फर्जी आईजी पर रिलायंस का सिम कार्ड खरीदा। उसी सिम से उसने कैफ के पिता को 25 बार से ज्यादा कॉल की थी।

फेरी में बिकता है सिम कार्ड

पुलिस हिरासत में इश्तियाक ने जो राज खोले हैं, वह चौंकाने वाले हैं। इश्तियाक ने बताया कि सुभाष नाम का एक व्यक्ति एरिया में सिम कार्ड बेचता है। उसी से बिना आईडी के ही उसने 26 रुपये में सिम कार्ड खरीदा था.  सिम की सही आईडी न होने के चलते भी पुलिस ने सर्विलांस पर नंबर लगाया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।

दोस्त से लिया मोबाइल सेट

फिरौती की रकम वसूलने के लिए उसने अपने दोस्त मुन्ना से मोबाइल फोन यह कहकर उधार लिया था कि उसका सेल फोन खराब है और कुछ देर में फोन उसे लौटा देगा। साजिश की शुरुआत कैफ के पिता मो। इस्लाम की दुकान पर लगे बोर्ड को देख कर हुई थी। टेलरिंग की दुकान में लगे बोर्ड में मो। इस्लाम का मोबाइल नंबर लिखा था। इश्तियाक मो। इस्लाम को जानता है और उसके माली हालत का भी उसे अंदाजा था।