-मातृ मृत्यु के संबंध में जानकारी देने पर सरकार देगी एक हजार की राशि

-पूरे प्रदेश में मातृ मृत्यु दर में इलाहाबाद की नहीं है अच्छी स्थिति

ALLAHABAD: अगर आपके आसपास किसी महिला की प्रसव के दौरान या प्रसव के बाद मृत्यु हुई है तो इसकी सूचना तत्काल दीजिए। सूचना सही निकली तो बदले में सरकार आपको एक हजार रुपए देगी। पूरे प्रदेश में मातृ मृत्यु के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन ने यह योजना शुरू की है। सूचना की जांच में दोषी पाए जाने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों समेत वर्करों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

अक्सर छिपा दी जाती है जानकारी

प्रसव के दौरान या बाद में होने वाली मौतों को लेकर राज्य व केंद्र सरकार सख्त है, बावजूद इसके रोक लगाना मुश्किल है। इसके पीछे वजह, सरकार तक सही सूचनाओं का नहीं पहुंच पाना है। अक्सर ऐसी घटनाओं को दबा दिया जाता है। यही कारण है कि सरकार चाहती है कि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत मातृ मृत्यु की सूचना देने वालों को प्रोत्साहन राशि दी जाए। इस राशि को दो सौ से बढ़ाकर एक हजार कर दिया गया है। पहले आशाओं को सूचना देने पर शासन दो सौ रुपए प्रदान करता था।

फैक्ट फाइल

-यह सूचना टोल फ्री नंबर 1800-180-1900 पर दी जाएगी।

-15 से 49 साल की महिला की गर्भावस्था संबंधित या इससे प्रेरित किसी कारण से हुई मौत की सूचना पर ही प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

-गर्भावस्था की शुरुआत से लेकर प्रसव या अबॉर्शन के 42 दिन तक मौत होने की घटना को योजना में शामिल किया गया है।

-स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को सूचना देने पर राशि नहीं दी जाएगी।

-सूचना सही निकलने पर दोषी कर्मचारियों, अधिकारियों व वर्करों पर कार्रवाई होगी।

बेहतर नहीं है इलाहाबाद की पोजीशन

शासन चाहता है कि इलाहाबाद रीजन में मातृ मृत्यु दर को कम करके 200 के नीचे लाया जाए। लेकिन, फिलहाल यह दर 283 प्रति लाख पर है। जिले में यह आंकड़ा 263 है। स्वास्थ्य विभाग इसमें कमी के लिए पूरा जोर लगा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पूर्व में यह दर 315 थी जिसमें गिरावट दर्ज की गई है। फिर भी मौजूदा दर को कम नहीं कहा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक गर्भावस्था या अबॉर्शन की वजह से होने वाली मौतों की जानकारी को दबा दिया जाता है। इसे उभारने में यह योजना बेहतर रोल अदा कर सकती है।

कुछ माह पूर्व से योजना चल रही है लेकिन जानकारी किसी को नहीं है। अभी तक एक भी सूचना ऐसी नहीं आई है। अगर मातृ मृत्यु की जानकारी मिलने लगे तो अन्य घटनाओं को होने से बचाया जा सकता है।

-वीके सिंह, डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचएम

मीडिया चाहे तो ऐसी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचा सकती है। बेहद जरूरी है कि ऐसी मौतों की जानकारी मिले और लापरवाह लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

-डॉ। गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ, इलाहाबाद