कांफ्रेंस के बीच में स्टूडेंट्स का विद्रोह
इन हंगामों में ज्यादातर स्टूडेंट्स की इंवॉल्वमेंट होती है, पर सबका रिजल्ट एक ही होता है, फंक्शन की बर्बादी। शनिवार को भी ऐसा ही हुआ, जब कॉलेज ऑफ कॉमर्स में हो रहे मैथेमेटिक्स कांफ्रेंस में अचानक स्टूडेंट्स यूनियन और दूसरी मांगें उठने लगीं। कांफ्रेंस के इनॉगरेशन में पॉलिटिकल हस्तियां थी, तो मैथ्स कांफ्रेंस भी पॉलिटिकल कांफ्रेंस बन गया.

बेसिक्स की डिमांड पर हंगामा
कॉलेज ऑफ कॉमर्स में हंगामा तब हुआ, जब इनॉगरेशन सेशन के गेस्ट अपनी बातें रख रहे थे। जैसे ही वीसी प्रो अरुण कुमार ने बोलना शुरू किया, स्टूडेंट्स हंगामे पर आ गए। स्टूडेंट्स की डिमांड मगध यूनिवर्सिटी में हो रही गड़बडिय़ों को उजागर करना था, लेकिन जब सामने लालू प्रसाद दिखे, तो स्टूडेंट्स यूनियन की बात भी उठ ही गई। लालू प्रसाद की पहचान एक्स रेलवे मिनिस्टर और एक्स सीएम से पहले पीयू स्टूडेंट्स यूनियन के एक्स प्रेसिडेंट की है। ऐसे में एक सक्सेसफुल एक्स स्टूडेंट लीडर को सामने देख स्टूडेंट्स यूनियन की डिमांड तेज हो गई.

2012 के डिफरेंट फंक्शन में हुए हंगामे

पटना कॉलेज : फाउंडेशन डे
स्टेट के सबसे पुराने कॉलेज पटना कॉलेज के 150वें फाउंडेशन डे पर जब सीएम नीतीश कुमार पटना कॉलेज पहुंचे, तो उन्हें भी हंगामा झेलना पड़ा। सीएम के सामने जिस तरह स्टूडेंट्स ने हंगामा किया, उससे स्टेट के हायर एजुकेशन की कलई खुल गई। बीच ग्राउंड में हुए इस हंगामे को पुलिस ने रोकने की कोशिश की थी, पर सीएम ने स्टूडेंट्स के हंगामे को इग्नोर कर अपनी बातें जारी रखीं।

पीयू सीनेट हॉल : गेस्ट लेक्चर
24 फरवरी 2012 को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन जस्टिस मार्कण्डेय काटजू आए थे। अपनी बातों के दौरान उन्होंने स्टेट गवर्नमेंट के कामकाज के तरीकों पर सवाल उठाया ही था कि हंगामा और विरोध शुरू हो गया। विरोध किया पटना कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो लालकेश्वर प्रसाद ने, पर बाद में स्टूडेंट्स दो गुटों में बंट गए और हंगामा तेज हो गया.

एएन कॉलेज : एएन सिंह की जयंती
18 जून को अनुग्रह नारायण की जयंती पर मगध यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो अरुण कुमार सहित कई दूसरे एकेडमिशियन और पॉलिटिकल लीडर्स मौजूद थे। इस फंक्शन में जैसे ही प्रिंसिपल ने माइक थामी, हंगामा तब शुरू हुआ। बहुत देर तक हंगामा चला, पुलिस ने लाठियां भी चलाई। इस प्रकार एक जयंती समारोह स्टूडेंट्स और कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के क्लैश के बीच बर्बाद हो गया।

एक तीर से कई निशाने
पॉलिटिकली लालू प्रसाद स्टेट में काफी नीचे आ गए हैं, पर ऊपर उठने की कोशिशें जारी है। शनिवार को उन्हें मौका भी मिला और उसे उन्होंने भुनाया भी। स्टेट के हायर एजुकेशन की बदहाली बयां कर रहे स्टूडेंट्स के हंगामे को इग्नोर करते हुए उन्हें स्टेज तक आने दिया गया। इससे स्टेट गवर्नमेंट का विरोध भी हुआ और उन्होंने यूथ के बीच जगह बनाने की कोशिश भी की। अर्से बाद लालू प्रसाद स्टूडेंट्स के बीच में थे.

एमयू में फैसले और उन पर स्टूडेंट्स का रिएक्शन
हाल के दिनों में मगध यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन में कई फैसले ऐसे लिए गये हैं, जिनकी वजह से स्टूडेंट्स सड़कों पर उतरे हैं। एमयू एडमिनिस्ट्रेशन स्टूडेंट्स को समझाने में तो असफल ही रहा है, बार-बार घुटने टेकने की वजह से एमयू एडमिनिस्ट्रेशन की स्टूडेंट्स से पकड़ भी ढीली होती जा रही है.

* यूनिवर्सिटी के सभी कोर्सेज में एग्जामिनेशन फीस बढ़ा दी गई। उस समय फीस बढऩे का रेशियो बड़ा था, तब स्टूडेंट्स ने फीस बढऩे का विरोध किया, नतीजतन एमयू एडमिनिस्ट्रेशन ने बैक स्टेप ले लिया।
* सेंट्रलाइज एडमिशन पूरी मगध यूनिवर्सिटी में एक साथ खत्म किया गया, पर एएन कॉलेज में यह बदस्तूर जारी रहा और स्टूडेंट्स से पैसे लिए जाते रहे। जब हंगामा हुआ, तो एएन कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने पैसे वापस किए.
* एमयू एडमिनिस्ट्रेशन ने नए सेशन के लिए एलएलबी कोर्स में 1000 रुपए बढ़ा दिए। स्टूडेंट्स ने पहले यह फीस वापस करने की अपील की, पर कुछ नहीं हुआ। जब रीजनल सेंटर पर स्टूडेंट्स ने ताला लगा दिया, तब बढ़ोतरी कम कर दी गयी.

स्टूडेंट्स की हालिया डिमांड

* पेंडिंग रिजल्ट जल्दी से रिलीज हों।
* गोल्डेन जुबली फंक्शन के नाम पर स्टूडेंट्स से पैसे ना लिए जाएं।
* रीजनल सेंटर फंक्शन हो.

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