-कोल्हान स्तरीय कार्यशाला में डेंगू से निपटने को लेकर हुआ मंथन

-खरीदी जाएंगी 23 लाख मेडिकेटेड मच्छरदानी, खर्च होंगे 20 करोड़

JAMSHEDPUR: शहर में बेकाबू हो रहे डेंगू से निपटने के लिए शनिवार को साकची स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सभागार में कोल्हान स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें रांची, सरायकेला, चाईबासा समेत पूर्वी सिंहभूम जिला के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी शामिल हुए और घंटों डेंगू पर मंथन करते हुए अपने सुझाव दिए। राज्य के सर्विलांस सह मलेरिया पदाधिकारी डॉ। रमेश प्रसाद ने पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू के बढ़ते मामलों को प्रदेश के लिए चिंता का विषय बताया। कहा यहां अबतक डेंगू के 7म् व जापानी इंसेफ्लाइटिस के 9 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। डेंगू से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। 7फ् संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच के लिए रांची भेजे गए हैं। यह आंकड़ा पूरे प्रदेश में सर्वाधिक है। इससे निपटने के लिए अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक को अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभानी होगी। उन्होंने कहा कि वैसे पूर्वी सिंहभूम जिला इस क्षेत्र में सराहनीय काम कर रहा है। मरीजों की जांच समय पर हो रही है और उन्हें बेहतर उपचार भी मिल पा रहा है। डॉ। रमेश ने जिला सर्विलांस विभाग के काम-काज को भी सराहा। कहा कि यहां से सबसे पहले रिपोर्ट दर्ज करायी जाती है। इसी तरह दूसरे जिलों को भी काम करना चाहिए, ताकि विभाग को आगे की रणनीति बनाने में दिक्कत नहीं हो और मरीजों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराया जा सके।

केंद्र देगा क्म् लाख मच्छरदानी

डॉ। रमेश प्रसाद ने बताया कि मच्छरजनित बीमारियों से निपटने के लिए केंद्र व राज्य सरकार मिलकर काम कर रही है। केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश को क्म् लाख मेडिकेटेड मच्छरदानी मिलने वाली हैं। सात लाख मच्छरदानी राज्य सरकार खरीदेगी। इसपर ख्0 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी, जिसमें क्0 करोड़ का आवंटन हो चुका है।

अटेंडर को न सौंपे मरीजों के नमूने

एमजीएम कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ। एसी अखौरी ने कहा कि डेंगू मरीजों के खून के नमूने लेने व लैब तक पहुंचाने में विशेष सावधानी बरतनी होती है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कई अस्पतालों द्वारा मरीज के अटेंडरों को रक्त का नमूना लेकर लैब भेज दिया जाता है। ऐसे में नमूना खराब होने की आशंका अधिक रहती है। इसपर विभाग को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

जेई वाले क्षेत्र में फैल रहा डेंगू

जिला सर्विलांस व मलेरिया पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल ने बताया कि जेई प्रभावित क्षेत्रों में इस बार डेंगू के मामले अधिक मिले है। विभाग इन क्षेत्रों को चिन्हित कर विशेष अभियान चला रहा है। पोटका, पटमदा, भुईयांडीह सहित अन्य क्षेत्रों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां पर डेंगू का लार्वा बड़ी संख्या में पाये गये।

कार्यशाला में ये हुए शामिल

कार्यशाला में रांची के डॉ। प्रवीण कर्ण व डॉ। एस सिंह, पूर्वी सिंहभूम जिले के सिविल सर्जन डॉ। श्याम कुमार झा, एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ। विजय शंकर दास, उपाधीक्षक डॉ। भारतेंदु भूषण, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ। मृत्युंजय सिंह, सरायकेला के सिविल सर्जन, मलेरिया पदाधिकारी डॉ। केके सहगल, चाईबासा के एसीएमओ, एमजीएम कॉलेज के डॉ। केएन सिंह, डॉ। स्वर्ण सिंह, मलेरिया इंस्पेक्टर श्रवण कुमार, सुशील तिवारी सहित म्0 से अधिक चिकित्सक व कर्मचारी उपस्थित थे।