हादसे से इन्कार नहीं किया जा सकता
मुंबई स्थित रेस्टोरेंट में आग लगने से 15 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद यहां के होटलों व रेस्टोरेंट का जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने रियलिटी चेक किया तो ज्यादातर में फायर सेफ्टी के जो मानक हैं, उससे खिलवाड़ किए जाने की बात सामने आई। यहां न तो आग बुझाने के लिए पुख्ता इंतजाम हैं और न ही सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था। ज्यादातर होटल-रेस्टोरेंट नियम-कायदों को ताक पर रख चल रहे हैं। ऐसे में अगर यहां आग लगी तो बड़े हादसे से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

शो-पीस हैं अग्निशमन यंत्र
होटलों में बार-बार हो रही अगलगी की घटनाओं के बाद भी होटल संचालकों ने कोई सबक नहीं लिया है। होटल कैपिटल हिल, कैपिटल रेजिडेंसी, होटल बीएनआर चाणक्या और रैडिशन ब्लू समेत कुछ और बड़े होटलों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादतर होटलों में लगे अग्निशमन यंत्र सिर्फ शो-पीस बनकर रह गए हैं। इन होटलों में फायर सेफ्टी के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।

75 परसेंट ने नहीं लिया एनओसी
अग्निशमन विभाग से 75 प्रतिशत होटल संचालकों ने एनओसी नहीं लिया है। इसको लेकर विभाग के द्वारा पत्र भी लिखा जाता है। सभी होटलों व रेस्टूरेंट में फायर सेफ्टी मानक के साथ- साथ संचालकों व स्टाप को मॉक ड्रिल कराने की बात भी कही थी। लेकिन, इसका पालन नहीं किया जाता है।

सेफ्टी के नाम पर सिर्फ फायर इस्टिंग्वसर
सेफ्टी के नाम पर बस एक फायर इस्टिंग्वसर ही है। मुबंई में गुरुवार की रात एक पब में आयोजित जन्मदिवस की पार्टी में आग लगने के बाद हुए दर्दनाक हादसे से सबक लेते हुए फायर ब्रिगेड की टीम ने अपनी तैयारी को और मजबूत कर ली है।

हाइड्रोलिक प्लेटफार्म उपलब्ध नहीं
शहर में करीब एक दर्जन बड़े होटल मल्टी स्टोरेज है। उसमें आग लगने के बाद बड़ा हादसा हो सकता है। ये सभी घनी आबादी के बीच स्थित हैं। लेकिन, यहां आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग के पास हाइड्रोलिक प्लेटफार्म नहीं है। होटलों का अपना सेट बैक एरिया भी नहीं है। भीषण आग लगने की स्थिति में न तो कैंपस में दमकल घूम सकता है और न होटल के पीछे जा सकता है।

किचन में नहीं हैं अग्निशमन यंत्र
कई होटल और रेस्टोरेंट घनी आबादी के बीच स्थित है। इन होटल और रेस्टोरेंट में खुलेआम गैस सिलेंडर को चूल्हे के पास रखकर खाना बनाया जाता है, लेकिन यहां अग्निशमन यंत्र तक की व्यवस्था नहीं होती है। यहां आग से बचाव के लिे अन्य उपायों पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में अगर आग लग जाए तो बड़ी संख्या में लोगों की जान जा सकती है।

नए साल को फायर ब्रिगेड की है पूरी तैयारी
नए साल के जश्न की रात अनहोनी से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम पूरी तरह से तैयार है। छह बड़ी दमकल गाड़ी के साथ 12 मिक्स टेक्नोलॉजी वाहन के साथ 50 जवान कोई भी अनहोनी से निपटने के लिए तैयार रहेंगे। फायर ऑफिसर ने बताया कि जिले में तीन फायर स्टेशन है। सभी को नए साल के जश्न को लेकर अलर्ट कर दिया गया है।