RANCHI: मेयर आशा लकड़ा ने रांची के पार्षदों को चैलेंज किया है। उन्होंने कहा है कि पहले मेरे सवालों का जवाब दीजिए, फिर 24 घंटे के भीतर आरएमसी बोर्ड की स्पेशल मीटिंग बुला दूंगी। दरअसल, पार्षदों द्वारा विशेष बोर्ड बैठक बुलाने, नगर विकास मंत्री को ज्ञापन सौंपने, धरना-प्रदर्शन के साथ ही तालाबंदी पर मेयर ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि एक ही मुद्दे को लेकर बार-बार बैठक बुलाने का दबाव पार्षद क्यों बना रहे हैं। सफाई को लेकर विशेष बोर्ड की मीटिंग पहले ही बुलाई जा चुकी है। उसमें सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर चर्चा भी की गई थी।

पार्षदों ने खोला था मोर्चा

दो दिन पहले पार्षदों ने मेयर के खिलाफ मोर्चा खोला था। इसमें पार्षदों ने कहा था कि मेयर जानबूझकर विशेष बोर्ड की बैठक नहीं बुला रही हैं। वहीं कुछ एजेंडों को भी शामिल करने पर उन्होंने रोक लगा रखी है। इसके बाद पार्षद नगर विकास मंत्री से मिले और उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा। इसके बाद पार्षदों ने नगर निगम के बाहर धरना देते हुए तालाबंदी भी की थी।

पार्षदों से पूछे ये सवाल

-क्या नरेश सिन्हा ने कार्यावधि विस्तार का आवेदन दिया है? यदि नहीं, तो आपलोगों को कैसे मालूम कि वे रिटायर होने के बाद काम करना चाहते हैं?

-क्या सरकारी पदाधिकारी का कार्य विस्तार करने की शक्ति झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 में है? अगर है तो अधिनियम की किस धारा के तहत इसे बोर्ड मीटिंग में लाने का प्रस्ताव दिया गया?

-झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के खिलाफ काम करने का दबाव बनाना गलत है, फिर क्यों दबाव बनाया जा रहा है?

-आपलोग झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के तहत कार्य क्यों नहीं करना चाहते?

-क्या आप लोगों को यह नहीं मालूम कि इस अधिनियम के तहत ही मेयर, डिप्टी मेयर और पार्षद निर्वाचित हुए हैं?

-क्या आपलोगों को यह नहीं मालूम कि अधिनियम में स्पष्ट लिखा हुआ है कि साठ वर्ष के ऊपर कोई व्यक्ति नगर निगम में किसी भी पद पर काम नहीं करेगा?