- कमिश्नर व एसएसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की

- कार्यकर्ताओं ने एसपी सिटी के खिलाफ जताई नाराजगी

Meerut: शहर में अवैध होर्डिग अभियान के तहत मेयर पर हुए जानलेवा हमले का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज भाजपाइयों ने रविवार को कमिश्नर व एसएसपी से मिलकर मामले में कार्रवाई की मांग की।

एसपी सिटी के खिलाफ आक्रोश

सांसद राजेन्द्र अग्रवाल के नेतृत्व में कमिश्नरी आवास पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसपी सिटी के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। पार्टी के लोगों का कहना था कि एक ओर जहां होर्डिग माफिया के कहने पर पुलिस फर्जी तरीके से पीडि़तों के खिलाफ ही मुकदमे दर्ज कर रही है। वहीं मेयर पर हमले के आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं हो पाए हैं। सांसद ने कमिश्नर से मिलकर कहा कि एक ओर जहां आरोपियों को एसपी सिटी का संरक्षण प्राप्त है, वहीं पुलिस भी उनके इशारे पर काम कर रही है।

मेयर ने लगाई सुरक्षा की गुहार

शहर में अवैध होर्डिंग अभियान के अंतर्गत हुए जान लेवा हमले से आहत मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने एसएसपी ओंकार सिंह से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाई। मेयर ने कहा कि घटना के तीन दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी का न होना इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि आने वाले दिनों में भी असमाजिक तत्व कुछ नया विवाद खड़ा कर सकते हैं। उन्होंने एसएसपी से मिलकर मामले में कार्रवाई की मांग की।

जारी रहेगा अभियान

कमिश्नर भूपेन्द्र सिंह से मिलकर भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि मेयर पर हमले के बाद पार्षदों व नगर निगम कर्मचारियों में भी असुरक्षा की भावना है, जिसके चलते होर्डिग अभियान की गति रुक गई है। इस पर कमिश्नर ने अभियान को जारी रखने की बात कही।

ब्लैक लिस्टेड होंगे कांट्रेक्टर

भाजपाइयों ने कमिश्नर से मिलकर आरोपी कांट्रेक्टर की एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग की, जिस पर कमिश्नर ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही। इस दौरान मेयर हरिकांत अहलूवालिया, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल व महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज आदि मौजूद रहे।

होर्डिग प्रकरण में दर्ज मुकदमों के चलते सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। ठेकेदार की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमों में कार्रवाई होगी। जांच में यदि मुकदमा फर्जी पाया जाता है तो उसको खत्म कर दिया जाएगा।

एसएसपी ओंकार सिंह

शहर में चल रहे होर्डिग अभियान की गति धीमी नहीं पड़ने दी जाएगी। शहर को गंदा करने की इजाजत किसी को नहीं है। शहर की सुरक्षा की पोल खुलकर सामने आ रही है।

हरिकांत अहलूवालिया, मेयर