सुरक्षा के लिए है प्रेगनेंसी टेस्ट

भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम ने प्रेगनेंसी टेस्ट विवाद में बॉक्सिंग इंडिया का समर्थन किया है. मैरी कॉम ने कहा कि यह महिला मुक्केबाजों की प्रेगनेंसी जांच उनकी सुरक्षा के लिए की जाती है. मैरी कॉम ने कहा कि वह नही जानती कि यह विवाद का विषय क्यों है. प्रेगनेंसी टेस्ट मुक्केबाजी के लिए सामान्य सी बात है और सभी बॉक्सर इस जांच से होकर गुजरते हैं. उन्होंने कहा कि पहले प्रमाणपत्र से काम चल जाता है.

एआईबीए ने किया अनिवार्य

प्रेगनेंसी टेस्ट विवाद के ऊपर बोलते हुए मैरीकॉम ने कहा कि पहले शपथपत्र देना पड़ता है. जबकि कुछ टूर्नामेंट्स में प्रमाणपत्र लगता था. लेकिन अब जब एआईबीए ने इस टेस्ट को अनिवार्य कर दिया है फिर कोई उपाय नही है. इसके साथ ही मैरी कॉम ने कहा कि उनकी नजर में यह एक बहुत ही अच्छा कदम है क्योंकि यह महिला मुक्केबाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है. इन जांचों के अनिवार्य होने के बाद कोई भी मुक्केबाज गलत शपथपत्र देकर प्रतियोगिताओं में भाग नही ले सकती.

कैसे खड़ा हुआ प्रेगनेंसी टेस्ट विवाद

भारतीय मुक्केबाजों का एक दल साउथ कोरिया के जैजू में 13 नवंबर से होने वाली महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप जा रहा है. इस दल में शामिल सभी मुक्केबाजों को प्रेगनेंसी से होकर गुजरना पड़ा था. इसके बाद यह विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि बॉक्सिंग इंडिया के मुताबिक सभी जांचे नियमों को फॉलो करते हुए की गई हैं. इसके साथ ही साई के निदेशक जिजी थॉमसन ने बताया कि किसी भी नाबालिग बॉक्सर की प्रेगनेंसी की जांच नही की गई है.

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