-पीपीपी मॉडल पर संवारे जाएंगे एमडीए एमडीए के पार्क

-पॉयलट प्लान के अंतर्गत जोनल पार्क होगा मॉडल

<-पीपीपी मॉडल पर संवारे जाएंगे एमडीए एमडीए के पार्क

-पॉयलट प्लान के अंतर्गत जोनल पार्क होगा मॉडल

Meerut

Meerut। विभिन्न योजनाओं में दबे हुए पार्को को निकाल एमडीए अब उनको आकर्षक व मनोरंजक बनाएगा। जिसके बाद पार्को का मूल उद्देश्य पूरा हो सकेगा। इसके लिए एमडीए ने पार्को के मॉर्डनाइजेशन का नया ब्लू प्रिंट तैयार किया है, जिसके अंतर्गत सभी पार्को को पीपीपी मॉडल पर चमकाया जाएगा।

ये होगा ब्लूप्रिंट

दरअसल, एमडीए अपने पार्को को पीपीपी मॉडल पर तैयार कराएगा। जिसके लिए प्राधिकरण से टेंडर छोड़े जाएंगे। टेंडर प्रक्रिया में एमडीए ने बोली के लिए छोटे पार्को के लिए भ्0 हजार व जोनल पार्क के लिए एक लाख की राशि निर्धारित की है। हालांकि इस कवायद को अंजाम देने के लिए एमडीए पूर्व में प्रयास कर चुका है। लेकिन इस बार प्राधिकरण ने ठोस रणनीति बनाई है।

मनोरंजक होंगे पार्क

एमडीए के अनुसार जो कांट्रेक्टर इन पाकरें को लेगा वो इनमें मनोरंजन गतिविधि, रेन डांसिंग, हाट व फूड मार्केट आदि बनाए जाएंगे। जबकि इन पार्को में होने वाली सभी गतिविधियां पूर्ण रूप से अस्थाई होंगी। एमडीए ने पॉयलट प्लान के अंतर्गत वेदव्यासपुरी स्थित ख्क् एकड़ में फैला जोनल पार्क को चुना है।

बॉक्स

गंदगी के साए में पार्क

शहर में मेरठ विकास प्राधिकरण के क्08 पार्क हैं। छोटे-बड़े ये पार्क एमडीए की विभिन्न योजनाओं में विद्यमान हैं। दरअसल, मेंटीनेंस के अभाव के चलते ये पार्क सालों से बदहाली का शिकार हो रहे हैं। जिन पार्को में शहरवासियों की चहल कदमी का सपना एमडीए ने संजोया था। उन पार्को में जंगली जानवरों और गंदगी से दुर्गध मची है।

एमडीए को मिलेगा राजस्व

असल में शहर में प्राधिकरण के पार्को की स्थिति अति दयनीय है। उनमें से अधिकांश पर अवैध कब्जा हो चुका है या फिर विकास के अभाव में वो वीरान पड़े हैं। अब इन पार्को को डेवलप कर एमडीए ने इनसे राजस्व निकालने का खाका तैयार किया है।

योजनाओं में अवैध रूप से कब्जाए गए पार्को को निकालकर उनको नए सिरे से डेवलप किया जाएगा। इसके बाद पीपीपी मॉडल पर उन पार्को का मॉर्डनाइजेशन कराया जाएगा।

-शबीह हैदर, चीफ इंजीनियर एमडीए