कमिश्नर ने दिए निर्देश, अवस्थापना निधि को विकास में नहीं कर सकेंगे खर्च

मेट्रो परियोजना के लिए 20 करोड़ और रैपिड रेल के लिए अप्रैल में देने होगें 10 करोड़ रुपये

Meerut। विकास की कीमत शहरवासियों को चुकानी होगी। मेट्रो और रैपिड रेल की खातिर एमडीए की अवस्थापना निधि से होने वाले शहर के विकास पर फिलहाल ब्रेक लग रहा है। पहले इन दोनों परियोजनाओं के लिए भुगतान होगा, फिर उसके बाद एमडीए अपने प्रस्तावों पर खर्च कर सकेगा। बता दें कि एमडीए को दोनों परियोजना के लिए 30 करोड़ रुपये अवस्थापना निधि से देना है।

सरकार से आया फरमान

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रैपिड रेल को लेकर एमडीए को अपने अंश का प्रस्तावित 10 करोड़ रुपये नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) को देना है तो वहीं मेरठ मेट्रो परियोजना के लिए भी शासन स्तर पर अभी फंड रिलीज नहीं किया गया है। लिहाजा 20 करोड़ रुपये एमडीए कार्यदायी संस्था लखनऊ मेट्रो को देगा। रैपिड रेल के लिए शासन ने एमडीए से पूर्व में ही 10 करोड़ रुपये मांगे थे, अभी तक उसका भुगतान किया भी नहीं किया गया था कि हाल ही में शासन ने एक पत्र और भेज दिया है। इसमें मेरठ मेट्रो के लिए 20 करोड़ रुपये देने को कहा गया है।

अवस्थापना निधि से होगा भुगतान

मेरठ मेट्रो के संबंध में जारी पत्र में स्पष्ट है कि यह प्रारंभिक खर्च है जिसमें राइट्स का भुगतान भी शामिल है। ऐसे में प्राधिकरण को 20 करोड़ से अधिक धनराशि भी मेट्रो के मद में देना पड़ सकता है। अवस्थापना निधि से एमडीए इस धनराशि का भुगतान करेगा। उधर, शहर में और भी कई प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं जिसके लिए एमडीए को ही भुगतान करना है। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के निर्देश पर विभिन्न मदों को रोकते हुए सर्वप्रथम एमडीए रैपिड रेल और मेट्रो के लिए 30 करोड़ रुपये का बंदोबस्त कर रहा है।

मेरठ मेट्रो को नहीं मिली रकम

यूपी सरकार ने प्रथम चरण में आगरा व कानपुर में मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए बजट में निर्धारित धनराशि को जारी किया है। मेरठ मेट्रो को सरकार से फिलहाल कुछ नहीं मिला है तो आने वाले फाइनेंशियल ईयर में भी संभावनाएं कम ही हैं। ऐसे में मेरठ मेट्रो के लिए आधार एमडीए को ही तैयार करना होगा। एमडीए के अधिकारियों का कहना है कि शासन की ओर ग्रांट रिलीज न होने से परियोजना सफर करेगी।

मेरठ मेट्रो और रैपिड रेल के लिए करीब 30 करोड़ रुपये के भुगतान के निर्देश सरकार की ओर से दिए गए हैं। अवस्थापना निधि से यह धनराशि एमडीए जुटाएगा।

साहब सिंह, उपाध्यक्ष, एमडीए