- पिछले माह बुखार की वजह से 108 सेवा में 10 पर्सेंट मरीजों का इजाफा

- 102 सेवा का 68 लाख व 108 सेवा का 1.47 करोड़ मरीज ले चुकें हैं लाभ

LUCKNOW:

डेंगू बुखार व मौसम में बदलाव का असर 108 एंबुलेंस सेवा में भी देखने को मिल रहा है। बीते एक महीने में 108 सेवा से रिकार्ड के अनुसार 10 पर्सेंट अधिक मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की डिमांड आई। इन मरीजों में तेज बुखार, पेट दर्द के मरीज सबसे अधिक थे। जबकि संख्या बढ़ने की वजह से मरीजों को सरकारी अस्पताल से उच्च अस्पतालों में भेजने की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है। हालांकि दिवाली के बाद से मरीजों की रोजाना डिमांड फिर पुराने आंकड़ों पर पहुंच गई है।

10 पर्सेंट अधिक आई कॉल्स

प्रदेश में 108 व 102 एम्बुलेंस सेवा के संचालन की जिम्मेदारी जीवीके ईएमआरआई के पास है। संस्था के मीडिया-कम्युनिकेशन प्रमुख अजय यादव ने बताया कि बीते एक महीने में प्रदेश में तेज बुखार, तेज पेट दर्द व सांस लेने में तकलीफ के मरीज तेजी से बढ़े हैं। लखनऊ स्थित कॉल सेंटर में 108 सेवा के लिए आ रही फोन कॉल्स के डाटा के अनुसार सितंबर माह में हर दिन औसतन 6500 कॉल्स आती थी जो अक्टूबर में बढ़कर 7200 से अधिक इमरजेंसी कॉल्स पहुंच गई। ये वे मरीज हैं जिन्हें इमरजेंसी सर्विस के दौरान अस्पताल पहुंचाया गया। इस माह में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भेजने के मामलों में भी 3 पर्सेंट से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है।

चार साल पहले लांच की थी सेवा

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 14 सितम्बर 2012 को एंबुलेंस 108 की सेवा शुरू की थी। इस सेवा के तहत 1488 एंबुलेंस संचालित हैं। 108 एंबुलेंस सेवा के संचालन शुरू होने से 31 अक्टूबर तक प्रदेश भर में इसके लाभार्थियों का आंकड़ा 68 लाख से अधिक (68,90,115) तक पहुंच चुका है। इनमें सड़क दुर्घटना (वाहन संबंधी) के 5,76,404, तेज पेट दर्द के 5,22,299, सांस में तकलीफ (श्वांस संबंधी) के 2,05,272, हार्ट के 52,427, डायबिटीज के6,886, डिलीवरी के36,49,255 मामले व अन्य आपातकालीन मामलों के 17,77,572 लोगों ने लाभ लिया है। इसके अलावा 108 एम्बुलेंस में अब तक 16,747 बच्चों का जन्म भी हो चुका है। इसके अलावा साथ ही घटनास्थल पर प्रसव का आंकड़ा 71,085 तक पहुंच चुका है। इसके अलावा 102 नेशनल एंबुलेंस सर्विस ने भी अब तक 1.47 करोड़ से अधिक महिलाओं बच्चों को अस्पताल पहुंचाकर मदद की है। प्रदेश में इस सेवा के तहत 2270 एंबुलेंस संचालित हैं। इसका संचालन 31 अक्टूबर-2016 को शुरू हुआ था।