- केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी इमरजेंसी का हाल

-दुर्गध के कारण इमरजेंसी के डॉक्टर, मरीज परेशान

- दीवाल पर लिखकर दी गई है जानकारी

sunil.yadav@inext.co.in

LUCKNOW: केजीएमयू के लॉरी कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी में कभी भी इंफेक्शन के कारण मरीजों की जान आफत में आ सकती है। इमरजेंसी के ठीक बगल में खुलेआम यूरीनल बना है। इसके ठीक ऊपर खिड़की है जो इमरजेंसी में खुलने दुर्गध के कारण डॉक्टर और मरीज सब परेशान हैं। यही नहीं उसके ठीक ऊपर ओटी है। इससे ओटी तक प्रभावित होता है। लेकिन, केजीएमयू के अधिकारियों को यह दिखाई नहीं देता है।

खुले में महिलाओं को करा रहे यूरीनल

केजीएमयू में डॉक्टर कड़ी मशक्कत करके मरीजों की जान बचाते हैं। यह किसी से छिपा नहीं है। लेकिन, अधिकारियों की जरा सी लापरवाही डॉक्टर्स की मेहनत पर पानी फेर सकती है। कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी के ठीक बगल में कई जगह बड़ा-बड़ा लिखा है कि 'यहां पेशाब करें'। वहां पर एक पुरुष यूरीनल भी लगा है जिसे ईटों के सहारे रोका गया है। इमरजेंसी में आने वाले मरीज और उनके परिजन यह लिखा हुआ देखकर वहीं पर यूरीन करते हैं। यहां पर गंदगी की भरमार है। यहां पर चस्पा सूचना के कारण पुरुषों के साथ ही महिलाओं को भी उनके तीमारदार वहां पर पेशाब कराने के लिए ले आते हैं। इस कारण गंदगी के कारण मरीजों और तीमारदारों को भयंकर इंफेक्शन होने का खतरा है।

इसके ठीक ऊपर की खिड़की भी इमरजेंसी में खुलती है, जिससे यहां की दुर्गध अंदर मरीजों, तीमारदारों के साथ रेजीडेंट डॉक्टर्स को भी बहुत परेशान करती है। लेकिन बार बार शिकायतों के कारण भी अधिकारी कर्मचारियों ने इस समस्या का हल नहीं निकाला। पब्लिक के साथ मरीज और डॉक्टर भी परेशान हैं। यही नहीं इमरजेंसी के ठीक ऊपर ऑपरेशन थिएटर है। वहां भी खिड़की है। जिससे वहां पर भी डॉक्टर्स को इसकी दिक्कत होती है। इस सम्बंध में डॉक्टर्स भी कहते हैं कि खुले में यूरीनल के स्थान पर बहुत खतरनाक बैक्टीरिया पनपते हैं। इससे आस-पास के इलाके में लोगों को खतरा होता है। यही नहीं हवा से ये फैलकर मरीजों को खतरा उत्पन्न कर सकते हैं।

यूरीनल की जगह का बैक्टीरिया एयर से तो नहीं फैलता लेकिन पैरों, कपड़ों के साथ वह मरीजों को नुकसान दायक हो सकता है। यह खतरनाक हो सकता है।

प्रो। विनीता मित्तल, लोहिया इंस्टीट्यूट

वहां पर लोगों को टॉयलेट करने के लिए मना किया गया है। मगर किसी शरारती ने वहां लगी सूचना को मिटा दिया है। मैं स्वयं उस जगह पर जाकर व्यवस्था को ठीक कराऊंगा।

- प्रो। एससी तिवारी

सीएमएस, केजीएमयू।