- ऐलन हाउस स्कूल में मासूम छात्रा के यौन शोषण का मामला

- फजीहत होती देख स्कूल ने कर्मचारियों को किया बर्खास्त

- पूछताछ में आरोपी खुद को बताते रहे बेकुसूर, जेल रवाना

LUCKNOW : पीजीआई एरिया स्थित ऐलन हाउस स्कूल में मासूम छात्रा के संग घिनौनी हरकत की गई थी। मेडिकल जांच के बाद डॉक्टर्स ने इसकी पुष्टि की है। बावजूद इसके अरेस्ट किये गए दोनों दरिंदे पूछताछ में खुद को बेकुसूर बताते रहे। हालांकि, पुलिस ने उन्हें जेल रवाना कर दिया है। शुरुआत में पीडि़त परिवार को ही दबाव में लेने की कोशिश कर रहे स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने पूरे मामले के मीडिया की सुर्खियां बनने पर बैकफुट में आते हुए तीनों कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है।

बच्ची के बयान पर डॉक्टर्स की मुहर

सीओ कैंट तनु उपाध्याय ने बताया कि तीनों आरोपियों को अरेस्ट करने के बाद बच्ची को मेडिकल जांच के लिये भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में डॉक्टर्स ने पुष्टि की है कि बच्ची के संग लंबे समय तक घिनौनी हरकत की गई थी। हालांकि, रिपोर्ट में पुष्टि होने के बावजूद पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों ने अपना जुर्म नहीं कबूला। सीओ उपाध्याय के मुताबिक, पूछताछ के दौरान तीनों ही आरोपी खुद के बेकुसूर होने की बात ही कहते रहे। उनका कहना था कि बच्ची ने गलतफहमी में उन्हें पहचान लिया है।

नहीं मिल सकी सीसीटीवी फुटेज

हाईप्रोफाइल ऐलन हाउस स्कूल में दिल दहला देने वाली घटना ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिये हैं। बच्ची द्वारा तीनों आरोपियों की शिनाख्त कर लेने के बाद पुलिस स्कूल का सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेने पहुंची लेकिन, पता चला स्कूल के पास महज एक महीने का ही सीसीटीवी फुटेज मौजूद है। जबकि, बच्ची ने घटना अक्टूबर 2016 की बताई है। ऐसे में बच्ची का बयान ही केस में अहम कड़ी बन गया है।

तीनों कर्मचारी बर्खास्त

मासूम बच्ची के यौन शोषण का मामला सामने आने से हो रही स्कूल की फजीहत पर आखिरकार स्कूल मैनेजमेंट भी अब हरकत में आ गया। स्कूल की प्रिंसिपल कविता विज ने बताया कि बच्ची द्वारा शिनाख्त करने के बाद अरेस्ट किये गए तीनों कर्मचारियों एकाउंटेंट इरफान, ड्राइवर विकास और आया सीमा को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। गौरतलब है कि यह वही प्रिंसिपल हैं, जिन पर बच्ची की मां ने आरोप लगाया था कि जब वह शिकायत लेकर स्कूल पहुंची थी तो उन्होंने कार्रवाई करने के बजाय उन्हें धक्के देकर स्कूल से बाहर निकलवा दिया था।

बिना मान्यता चल रहा ऐलन हाउस स्कूल

हाई प्रोफाइल बिल्डिंग और ऊंची फीस, धनाड्य लोगों को झांसे में लेने के लिये ऐलन हाउस स्कूल में पूरा इंतजाम था। पर, आपको जानकर हैरत होगी कि दिसंबर 2014 में शुरू हुए इस स्कूल की मान्यता अब तक नहीं मिल सकी है। स्कूल की वेबसाइट और साइन बोर्ड में दावा किया गया है कि स्कूल को सीबीएसई से मान्यता प्राप्त है पर, इसकी पुष्टि के लिये स्कूल कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका है। यानि कि स्कूल की ओर से पेरेंट्स को ठगने के लिये झांसा ही दिया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो ऐलन हाउस स्कूल ही नहीं, इस मैनेजमेंट की ओर से इंदिरानगर, एल्डिको, जानकीपुरम और गोमतीनगर एक्सटेंशन में दिल्ली पब्लिक स्कूल नाम से स्कूल संचालित किये जा रहे हैं। शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि यह अकेला ऐसा मामला नहीं है, राजधानी में कई नामचीन स्कूलों की बिना मान्यता ब्रांचेस का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि ऐलन हाउस स्कूल को उनके कार्यालय से कोई मान्यता नहीं दी गई है। जहां तक सीबीएसई से मान्यता का सवाल है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं। उन्होंने बताया कि स्कूल को पत्र भेजकर जवाब तलब किया जाएगा।