मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए दूसरे दिन भी जारी रही काउंसिलिंग

-काउंसिलिंग कराने पहुंचे स्टूडेंट्स ने कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी में दिखाई रुचि

ALLAHABAD: मेडिकल कॉलेजों में दाखिले की उम्मीद के साथ स्टूडेंट्स के स्वरूपरानी नेहरू मेडिकल हॉस्पिटल में बने काउंसिलिंग सेंटर में पहुंचने का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। इस दौरान बड़ी संख्या में ऐसे स्टूडेंट्स भी थे, जिन्होंने पहले से ही कॅरियर संवारने के लिए स्पेशलाइज फील्ड चुन रखी है। इसमें कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी चाहने वालों की संख्या ज्यादा थी।

गवर्नमेंट कॉलेज पहली च्वॉइस

दूसरे दिन काउंसलिंग सेंटर पर पहुंचे स्टूडेंट्स की पहली च्वॉइस गवर्नमेंट कालेज ही रही। किसी स्टूडेंट के लिए वहां का बेहतर माहौल, किसी के लिए बेहतर कैटेगरी तो कोई प्राइवेट कॉलेज की महंगी फीस के चलते गवर्नमेंट कॉलेज को तवज्जो दे रहा है। स्टूडेंट्स का कहना था कि अभी तो फिलहाल सिर्फ एक ही चिंता है कि उन्हें किसी तरह सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल जाए।

पसंद अपनी-अपनी

वैसे मेडिकल कॉलेज की च्वॉइस के बारे में स्टूडेंट्स की ओपीनियन अलग थी। कुछ का कहना था कि स्टेट में पहली पसंद किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज ही है। वहीं कई ऐसे भी स्टूडेंट्स थे, जिनकी पहली पसंद मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रही।

यह हैं प्रायोरिटी

-कार्डियोलॉजी

-न्यूरोलॉजी

-पिडियाट्रिशियन

-गायकनोलॉजी

यह है काउंसिलिंग का हाल

मेडिकल कालेज में दाखिले के लिए चल रही काउंसलिंग के कोआर्डिनेटर डॉ। देवाशीश शर्मा के मुताबिक

297 स्टूडेंट्स ने पहले दिन काउंसलिंग करायी थी।

89 स्टूडेंट्स ने बुधवार को दोपहर साढ़े बारह बजे तक काउंसिलिंग के लिए रिपोर्ट किया था।

-डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के बाद उसे ऑल लाइन जमा कर दिया जा रहा है।

-इसके बाद सीट अलॉटमेंट का काम ऑनलाइन होना है।

अलग-अलग है फीस

काउंसलिंग के लिए गवर्नमेंट कालेज में एडमिशन के लिए दावा करने वाले स्टूडेंट्स से 30 हजार और प्राइवेट कालेज के लिए 2 लाख की डीडी डिपॉजिट करायी जा रही है। अगर गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनों च्वॉइस रखते हैं तो स्टूडेंट्स को दो लाख की डीडी डिपॉजिट करनी होगी।

कॉलिंग

अभी तो काउंसलिंग और एडमिशन पर ही अधिक फोकस है। गवर्नमेंट कॉलेज मिलने आगे चलकर कई प्रकार का फायदा होता है। जहां तक स्पेशलाइजेशन की बात करें तो कार्डियोलॉजी में स्पेशलाइजेशन करना ही सबसे अच्छा ऑप्शन समझ में आता है।

-नेहा, इलाहाबाद

कार्डियोलॉजी पहली च्वॉइस है। सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल जाए तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। इसकी फीस भी बहुत कम है।

-साधना, सुल्तानपुर

किसी भी गवर्नमेंट कालेज में एडमिशन मिल जाए। बस फिलहाल यही चाहत है। पिडियाट्रिशियन की फील्ड मुझे अधिक पसंद है।

-रितिका

पसंदीदा कॉलेज की बात करें तो केजीएमयू पहली पसंद है। लेकिन वहां पर एडमिशन का कोई चांस नहीं दिख रहा है। ऐसे में एमएलएन मेडिकल कालेज में एडमिशन करना है। स्पेशलाइजेशन के बारे में फिलहाल अभी कुछ सोचा नहीं है।

-सुनील