-प्राविधिक शिक्षा व चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बीआरडी का किया निरीक्षण

-नये 79 बेड वाले वार्ड का जाना हाल, मरीजों से मिलकर दवा और इलाज की जानी हकीकत

-वार्ड में मौजूद शौचालय का भी लिया जायजा

GORAKHPUR: योगी सरकार में प्रविधिक शिक्षा चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोश टंडन ने बुधवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। इस बीच उन्होंने 100 बेड वाले इंसेफेलाइटिस वार्ड का जायजा लिया। साथ ही अत्याधुनिक 79 बेड वाले नये वार्ड और शौचालय का भी निरीक्षण किया। साथ ही कई वार्डो में जाकर मरीजों को मिल रहे दवाएं और इलाज की जानकारी भर्ती मरीजों से ली। इस दौरान उन्होंने बताया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज की जल्द ही ई-हॉस्पिटल से जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने बीआरडी में स्वास्थ्य, शिक्षा और निर्माण कार्यो के निरीक्षण के दौरान कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के ऑनलाइन होने से मरीजों को हर छोटे काम के लिए अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा। रजिस्ट्रेशन से लेकर मेडिकल रिपोर्ट की ऑनलाइन सुविधा मिल सकेगी।

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने का पूरा प्रयास

मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का पूरा प्रयास कर रही है। इसी के तहत बीआरडी में एनआईसीयू और पीआईसीयू के करीब 250 बेड की क्षमता के वार्डो को बढ़ा कर 450 तक पहुंचाया गया है। दवा का बजट दोगुना किया गया है, ताकि सभी मरीजों को सस्ती दरों पर दवा मिल सके। कहा कि हाल में ही बीआरडी में करीब 95 नर्सो की तैनाती की गई है। साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उपकरणों की आपूर्ति हो रही है।

इसेफेलाइटिस पर जीत हमारी होगी

पूर्वाचल में इंसेफेलाइटिस का खौफ मासून के साथ ही शुरू हो गया है। हालांकि मंत्री आशुतोश टंडन ने दावा किया कि प्रदेश सरकार इंसेफेलाइटिस रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए पूरी तरह तत्पर है, निश्चित रूप से इस बीमारी पर हम जीत हासिल करेंगे। उन्होंने इंसेफेलाइटिस वार्ड के आर बेड संख्या 91 का निरीक्षण किया। इस बीच सिवान निवासी रजिया कुमार, बस्ती के राजा बाबू, नेपाल के रंशू आदि के परिजनों से इलाज और दवाइयों की उपलब्धता के बारे में बातचीत की। साथ ही मिल रहे इलाज के संबंध में भी पूछा। इंसेफेलाइटिस के नए वार्ड समेत अन्य निर्माण कार्यो को लेकर उन्होंने संतुष्टि जाहिर की। इसके बाद वह प्रिंसिपल कार्यालय में डॉक्टर्स के साथ बैठक की। इस दौरान डीजीएमई डॉ। केके गुप्ता, प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार, बाल रोग विशेषज्ञ भूपेंद्र शर्मा, सर्जन डॉ। यूसी सिंह आदि मौजूद रहे।