RANCHI: राज्य भर में स्वास्थ्य सेवा कभी भी ठप हो सकती है, जिससे सरकारी हास्पिटलों में मरीजों का इलाज प्रभावित हो जाएगा। झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेज के सेक्रेटरी डॉ। विमलेश सिंह ने 31 डिप्टी सुपरिंटेंडेंट्स व मेडिकल अफसरों के खिलाफ एनएचएम के मिशन डायरेक्टर द्वारा किए गए शोकॉज का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की ओर से इन डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई होती है, तो सरकारी हास्पिटलों में कामकाज ठप करा दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर विभाग संबंधित डॉक्टरों और मेडिकल अफसरों को बुलाकर पूछताछ कर लेता तो सारी बातें सामने आ जातीं। वहीं सभी लोग खुलकर अपनी बातें भी रख सकते हैं। बताते चलें कि एनएचएम के मिशन डायरेक्टर ने फ‌र्स्ट रेफरल यूनिट में सुविधाएं रहने के बावजूद खराब प्रदर्शन पर शोकॉज किया था।

फ‌र्स्ट रेफरल यूनिट में नहीं है जरूरी सुविधाएं

डॉ। विमलेश ने कहा कि जितनी भी फ‌र्स्ट रेफरल यूनिट हैं, वहां पर सारी सुविधाएं मौजूद नहीं हैं। यूनिट में गायनेकोलॉजिस्ट, एनेस्थिसिस्ट, पेडियाट्रिशियन, ब्लड स्टोरेज यूनिट और ब्लड बैंक की सुविधा नहीं है। विपरीत परिस्थितियों में भी डॉक्टर अपना बेस्ट देने की कोशिश करते हैं। इसके बावजूद उन्हें पेमेंट भी नहीं दिया जाता और न ही उन्हें सुविधाएं मिल पाती हैं। ऐसे में अगर डॉक्टरों पर विभाग कोई कार्रवाई करता है, तो स्वास्थ्य सेवा ठप करा दी जाएगी।