-एफएसडीए ने केजीएमयू को दिया नोटिस, दो दिन में देना होगा ड्रग स्टोर्स का ब्यौरा

LUCKNOW:

केजीएमयू में बिना लाइसेंस चल रहे सीटीवीएस के मेडिकल स्टोर के बंद होने के बाद अब पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग का भी मेडिकल स्टोर बंद करने की तैयारी है। इसके लिए सोसाइटी के सचिव ने पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग को पत्र लिखकर विभाग की दवाएं अब जनरल सर्जरी विभाग से लेने को कहा है।

सोसाइटी की ओर से आदेश जारी

कुछ दिन पहले सीटीवीएस विभाग के मेडिकल स्टोर को ड्रग लाइसेंस न होने पर कुछ दिन पहले अचानक बंद कर दिया गया था। सोमवार को सीएसएमएमयू वेलफेयर सोसाइटी के सचिव और एचआरएफ के इंचार्ज डॉ। अजय सिंह ने पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि अब विभाग की दवाएं और अन्य सामान सर्जरी विभाग के मेडिकल स्टोर से मिलेंगी। इसका मतलब है कि अब विभाग के मेडिकल स्टोर को बंद किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक यह मेडिकल स्टोर भी बिना फार्मासिस्ट चलाया जा रहा था। जिस फार्मासिस्ट के नाम पर इसका लाइसेंस था वह पांच वर्ष पूर्व ही संस्थान छोड़कर जा चुका है।

एफएसडीए ने मांगी रिपोर्ट

केजीएमयू में चल रहे मेडिकल स्टोर्स की विस्तृत रिपोर्ट फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने तलब की है। असिस्टेंट कमिश्नर ने केजीएमयू को दो दिन में ड्रग स्टोर, उसमें मौजूद फार्मासिस्ट और दवाओं का पूरा ब्यौरा देने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक यदि बिना लाइसेंस ड्रग स्टोर चलाने की पुष्टि होती है तो सोसाइटी के पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। ड्रग एक्ट के तहत कोई भी मेडिकल स्टोर बिना फार्मासिस्ट और बिना ड्रग लाइसेंस के नहीं चलाया जा सकता। लेकिन केजीएमयू में सीवीटीएस विभाग में पिछले डेढ़ वर्ष से बिना लाइसेंस के ही स्टोर चल रहा था।

मरीजों की दवाएं होंगी वापस

केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ। संतोष कुमार ने बताया कि केजीएमयू में सभी सोसाइटी के मेडिकल स्टोर्स को खत्म कर एचआरएफ को लागू किया जा रहा है। इसके तहत नए स्टोर्स खोले जाएंगे। इसी के तहत कुछ मेडिकल स्टोर्स को बंद किया जा रहा है। सीटीवीएस के मरीजों को अब दवाएं कार्डियोलॉजी और पीडियाट्रिक सर्जरी वालों की दवाएं जनरल सर्जरी विभाग के स्टोर में मिलेंगी। मरीजों की दवाएं यहीं पर वापस भी होंगी।

केजीएमयू से रिपोर्ट तलब की गई है। दो दिन में ब्यौरा मिलने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।

पीके मोदी, असिस्टेंट कमिश्नर