- राज्य के पहाड़ी इलाकों की बंजर भूमि में रोपे जाएंगे सगन्ध पादप

- सगन्ध पादप केंद्र सेलाकुई से सरकार ने किया करार

- ग्रामीणों को मिलेगा काम, बढ़ेगी आमदनी

>DEHRADUN: सूबे में पलायन रोकना सबसे बड़ी चुनौती है। सरकारों ने कई रोडमैप तैयार किए लेकिन पलायन नहीं रुका। अब सरकार पलायन रोकने के लिए सगन्ध पौधों की खेती को जरिया बनानी की तैयारी कर रही है। इसमें दून के सेलाकुई में स्थित सगन्ध पौध केंद्र की मदद ली जा रही है। सगन्ध पौध केंद्र लैमनग्रास, डेमस्क गुलाब, तेजपात व तिमूर जैसे पौधे उपलब्ध कराएगा।

बंजर जमीन होगी आबाद

राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से हो रहे पलायन को देखते हुए सरकार ने नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। अपर मुख्य सचिव डॉ। रणबीर सिंह ने सभी डीएम को पत्र लिखकर कहा है कि सगन्ध पौध केंद्र सेलाकुई तमाम मेडिसिनल प्लांट्स मुहैया कराएगा, जिसके बाद पहाड़ों की बंजर भूमि पर पौधे रोपे जाएंगे। इससे न केवल जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान को रोका जा सकेगा, बल्कि पहाड़ से पलायन पर भी ब्रेक लगेगा। अपर मुख्य सचिव का कहना है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के तहत इस योजना को संचालित किया जाएगा।

जनपदवार तैयार होंगे क्लस्टर

सगन्ध पौध केंद्र सेलाकुई से ऐसे पौधे मुहैया कराए जाएंगे, जिनको न तो जंगली जानवर चुगान करते हैं और न उनके उत्पादन से किसी तरह के नुकसान की गुंजाइश रहती है। यही नहीं इन सगन्ध पौधों से बंजर व निष्प्रयोज्य भूमि भी उपजाऊ हो सकेगी। इसको सबसे बड़ा फायदा स्थानीय ग्रामीणों को मिलेगा, जिन्हें आजीविका के नए श्रोत मिलेंगे। सरकार ने सगन्ध पौध केंद्र सेलाकुई देहरादून से बहुवर्षीय फसलों में लैमनग्रास, डेमस्क गुलाब, तेजपात व तिमूर का क्7ख्.0ब् हेक्टेअर क्षेत्रफल में क्797 किसानों के लिए क्म्फ्.म्फ् लाख की योजना तैयार की है। वहीं वित्तीय वर्ष ख्0क्8-क्9 से ख्0क्क्-ख्ख् तक बहुवर्षीय फसलों में जापानी मिंट, आर्टिमिशिया एनुवा, कैमोमिल, क्लेरीसेज व भंगीरा का क्ख्7ब्.क्9 लाख का प्रस्ताव तैयार किया गया है। बताया गया है कि इसके लिए जनपदवार क्लस्टर तैयार किए जाएंगे।

-------

- क्7ख् हेक्टेअर क्षेत्र में रोपे जाएंगे सगन्ध पादप

- क्797 किसानों को मिलेगा रोजगार

- क्म्फ् लाख रुपए किए जाएंगे योजना पर खर्च

घायलों को मिलेगा फ्री उपचार

बताया जा रहा है कि सगन्ध पौध केंद्र से सिलेक्ट किए गए क्लस्टरों में लाभार्थियों का भी विकाखंडवार चयन किया जाएगा। जिसकी सूची खंड विकास अधिकारी को उपलब्ध कराई जाएगी। चयनित क्लस्टर की ग्राम पंचायतों में सगन्ध पौध केंद्र एवं विकासखंड के अधिकारी व कर्मचारी बरसात शुरू होने से पहले लाभार्थियों को ट्रेनिंग देंगे। लेकिन, सगन्ध पौध केंद्र कार्यदायी संस्था के रूप में काम करेगा। जिलों से डीएम पंचायत स्तर से अनुमोदन मुहैया कराएंगे। इसके अलावा सगन्ध पौध केंद्र विपणन के लिए बाजार भी उपलब्ध कराएगा।