LUCKNOW: कानपुर में रेजीडेंट डॉक्टर्स व अन्य मेडिकोज के साथ हुई मारपीट का असर सैटर्डे को केजीएमयू में भी देखने को मिला। उक्त घटना के संदर्भ में केजीएमयू के मेडिकोज, रेजीडेंट्स, टीचर्स और प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ सभी एकजुट हो गए। सभी ने कानपुर के एसएसपी और एमएलए के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इसके लिए स्टेट गवर्नमेंट को 24 घंटे की मोहलत दी गई है। मेडिकोज का कहना है कि तय समयसीमा में उचित कार्रवाई न हुई तो इमरजेंसी सर्विस बंद कर दी जाएगी।

किया प्रदर्शन

केजीएमयू के मेडिकोज ने कैम्पस से लेकर शहीद स्मारक तक प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। इससे ट्रॉमा सेंटर में लगभग घंटे भर तक अफरा-तफरी मची रही। मेडिकोज के प्रदर्शन को देख तीमारदार घबरा गए। बाद में शासन की ओर से मांगे माने जाने का आश्वासन मिलने के बाद 24 घंटे का अल्टीमेटम देने के साथ ही प्रदर्शन समाप्त हो गया।

यह है मामला

कानपुर मेडिकल कॉलेज यानी हैलट हॉस्पिटल में फ्राइडे को स्थानीय एमएलए और रेजीडेंट डॉक्टर्स के बीच मारपीट हो गई थी। इसी बीच केजीएमयू में किसी ने हैलट के एक रेजीडेंट की मौत की खबर फैला दी। फिर क्या था, 400 से ज्यादा मेडिकोज सड़क पर उतर गए। उन्होंने एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक से नारेबाजी करते हुए चौराहे पर जाम लगा दिया। चौराहे पर आधे घंटे से ज्यादा रुकने के बाद रेजीडेंट डॉक्टर्स की अगुवाई में सब ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए।

बंद करा दिया ट्रॉमा

मेडिकोज ने ट्रॉमा सेंटर के दोनों गेट बंद करा दिए। मेडिकोज भले ही वहां पर लगभग आधे घंटे रहे हों लेकिन टॉमा के अंदर घंटे भर तक हंगामा मचा रहा। गार्डो से सभी लोगों को बाहर निकलवा दिया गया। तीमारदार सहम से गए। जब प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स ट्रॉमा से आगे बढ़े तो स्थिति नॉर्मल हुई। फिर उन्होंने शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में विनोद कुमार, विक्रम गौतम, अशोक यादव, फैज, आतिफ, अकांक्षा, सुरभि, सहित अन्य रेजीडेंट डॉक्टर्स व मेडिकोज मौजूद रहे।

DM को सौंपा ज्ञापन

मेडिकोज ने डीएम को अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन सौंपा। उनकी मांग है कि रेजीडेंट डॉक्टर्स को पीटने वाले एसएसपी और एमएलए को सस्पेंड कर जेल भेजा जाए। गिरफ्तार रेजीडेंट डॉक्टर्स व मेडिकोज को रिहा किया जाए। साथ ही घायलों को मुआवजा मिले।

टीचर्स एसोसिएशन भी नाराज

केजीएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस ने बिना प्रिंसिपल या प्रॉक्टर की परमीशन के हॉस्टल में घुसकर मेडिकोज को पीटा है। इस दौरान स्टूडेंट्स की गाडि़यों की तोड़फोड़ के साथ ही लैपटॉप, कम्प्यूटर व अन्य सामान भी तोड़ दिया गया। फ्0 स्टूडेंट्स अभी भी पुलिस के कब्जे में हैं। सेक्रेटरी डॉ। नईम अहमद ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ऐसा न हुआ तो टीचर्स एसोसिएशन सख्त कदम उठाने को मजबूर होगा।

पीएमएस भी समर्थन में

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग एसोसिएशन के सेक्रेटरी डॉ। सचिन वैश्य ने बताया कि दोषी और अराजकतत्वों के खिलाफ मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए। ऐसा न होने पर पीएमएस भी कड़े कदम उठाएगा।