-चुनाव आयोग के निर्देशों का नहीं हो रहा है अनुपालन

-परिकल्पना पर आयोग के समक्ष जिला प्रशासन ने कहा था हां

Meerut: जनपद में एक भी मॉडल बूथ नहीं बन रहा है। चुनाव आयोग की इस परिकल्पना को जिला प्रशासन को न सिर्फ सराहा था, बल्कि मेरठ में 300 मॉडल बूथ बनाने का दावा भी किया था। शुरुआती दिनों में अफसरों का उत्साह चुनाव की तिथि नजदीक आते-आते शांत पड़ गया है। नतीजन मेरठ में एक भी मॉडल बूथ नहीं बन रहा है।

क्या है मॉडल बूथ?

बता दें कि निर्वाचन आयोग ने इस बार वोटरों को बूथ तक आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के कदम उठाए हैं। उसी के तहत ही चुनाव में मॉडल बूथ बनाए जाने का फैसला किया गया है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मॉडल बूथों में मतदाताओं 'फील गुड' कराने का प्लान है। एलीट क्लास वोटर को उनके रहन-सहन के मुताबिक सुविधाएं बूथ पर देना और एक सामान्य मतदाता के लिए 'मतदान एक उत्सव' की परिकल्पना के तहत मॉडल बूथ का कॉन्सेप्ट आयोग ने बनाया।

300 बूथ बनाने का था प्लान

गत दिनों उप चुनाव आयुक्त विजय देव की समीक्षा बैठक में जिला प्रशासन ने मॉडल बूथ के कॉन्सेप्ट को न सिर्फ सराहा था बल्कि सातों विधानसभाओं में 300 से अधिक मॉडल बूथ बनाने का प्लान बनाया था। मॉडल बूथ का ब्लू प्रिंट भी जिला प्रशासन ने आयोग को सौंपा था।

इनसे वंचित आप

-मॉडल बूथ को खूबसूरत और हरा-भरा बनाए जाने के लिए वहां पर फूलों से सजे गमले और ग्रीन कारपेट बिछाने का प्लान।

-मॉडल बूथ पर अधिक भीड़ होने पर वोटर्स के लिए कुर्सियों की व्यवस्था, जिससे लोग लाइन में खड़े होने की बजाय बैठकर इंतजार कर सकेंगे।

-कई स्थानों पर एलईडी टीवी भी लगाई जाएगी, ताकि लोग अपनी बारी का इंतजार करते हुए बोर न हों।

-मॉडल बूथ में वोटरों के लिए चाय, कॉफी व नाश्ते की सुविधा।

-ऐसे बूथ्स में मैप होगा, जिससे वोटर को वॉर्ड और संबंधित काउंटर का पता चलेगा।

-वोटरों के लिए टॉयलेट, प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा।

-दिव्यांगों के लिए ट्राई-साइकल व अन्य सुविधाएं।

अब महज जरूरी सुविधाएं

चुनाव आयोग लगातार निर्देशों के बाद मेरठ में अब मतदान केंद्रों पर महज बुनियादी सुविधाएं ही मुहैया हो सकेंगी। दिव्यांगों के लिए अनिवार्य सुविधा में शामिल रैंप और मतदान केंद्र तक लाने-लेजाने की व्यवस्था ही जिला प्रशासन कर पा रहा है। हालांकि जिला प्रशासन का दावा है कि वो कुछ मतदान केंद्रों को मॉडल बनाने का प्रयास करेंगे किंतु अभी तक कोई लिस्ट नहीं बनाई गई। महज चंद दिनों में मॉडल बूथ का परिकल्पना को साकार करना मुश्किल है।

एक नजर

1181-कुल मतदान केंद्र 2451-कुल मतदेय स्थल

-सिवालखास 191 320

-सरधना 189 328

-हस्तिनापुर (सुरक्षित)192 330

-किठौर 178 339

-मेरठ कैंट 141 403

-मेरठ 131 319

-मेरठ दक्षिण 159 412

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चुनाव आयोग के निर्देश पर मॉडल बूथ का निर्माण किया जाना था। हालांकि जिला प्रशासन का प्रयास है कि कुछ बूथों को मॉडल बूथ के तौर पर विकसित किया जाए।

-मुकेश चंद्र, एडीएम सिटी