होली के दौरान फूड विभाग ने कई दुकानों से भरे थे सैंपल
हल्दी, चमचम समेत बर्फी के सैंपल में मिले नॉन एडिबिल कलर
36 सैंपलों की पहुंची रिपोर्ट, 17 सैंपलों में मिलावट
Meerut. फूड विभाग की ओर से त्योहारी सीजन में भले ही खूब जोर-शोर से चेकिंग अभियान चलाया जाता हो, लेकिन लोगों को इसका जरा भी फायदा नहीं मिल पाता है. मिलावटी माल की खपत होने के बाद सैंपल रिपोर्ट आती है तब तक अनजाने में लोगों में इन फूड आइटम का सेवन भी कर लिया होता है. हाल ही में विभाग को मिली सैंपल रिपोर्ट में 17 सैंपल फेल हैं. यह सभी सैंपल टीमों ने होली के दौरान कलेक्ट किए थे.
यह है स्थिति
36 सैंपल लिए गए
19 सैंपल पास हुए
17 सैंपल फेल हुए
3 सैंपल अनसेफ मिले
10 सैंपल सब स्टैंडर्ड मिले
4 मिसब्रांडेड पाए गए
हल्दी, चमचम के सैंपलों में रंगों की मिलावट पाई गई है.
समा के चावल, कचरी, बर्फी, बंगाली स्वीट्स व रसगुल्ला के सैंपल अनसेफ हैं.
नॉन एडिबिल रंगों की मिलावट
जांच रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर फूड आइटम में नॉन एडिबिल यानी खाने में प्रयोग न होने वाले रंग की मिलावट पाई गई है. इन रंगों का प्रयोग फूड आइटम को अधिक चमकीला और गहरा रंग का दिखाने के लिए प्रयोग किया जाता है. डॉक्टर्स के मुताबिक इन रंगों के खाने में प्रयोग से पेट, लीवर, किडनी की बीमारी तो होती है कैंसर का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है.
ये मिली मिलावट
हल्दी-मेटानिल येलो
बर्फी में चांदी की जगह नकली वर्क का प्रयोग किया था.
बंगाली रसगुल्ला में केमिकल युक्त सिंथेटिक रंग पाया गया
चमचम में भी सिंथेटिक रंग पाया गया.
होली के दौरान आई रिपोर्ट
45 सैंपल की रिपोर्ट भेजी गई थी
23 सैंपल पास हुए
22 सैंपल फेल मिले
5 सैंपल अनसेफ मिले
13 सबस्टैंडर्ड मिले
4 मिसब्रांड पाए गए.
केमिकल कलर की मिलावट से स्किन के कैंसर हो सकते हैं. इसके अलावा लीवर को भी खतरा हो सकता है. शरीर के कई अंग इन रंगों की वजह से खराब हो सकते हैं.
डॉ. उमंग मित्थल, कैंसर एक्सपर्ट
होली के दौरान लिए गए कुछ सैंपल की रिपोर्ट आई है. जहां मिलावट मिली हैं वह दुकानदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अर्चना धीरान, डीओ, फूड विभाग