एनएचएआई को केंद्र सरकार ने दिए निर्देश, फरवरी तक कप्लीट करो इंटरचेंज का काम

आचार संहिता से पहले एक्सप्रेस-वे का लोकापर्ण करने की तैयारी में सरकार

Meerut : परतापुर पर बन रहे इंटरचेंज की धीमी गति दिल्ली-मेरठ एक्सक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में आड़े आ रही है। इंटरचेंज का निर्माण कार्य पहले तो नियत तिथि के 4 माह बाद शुरू हुआ और निर्माण कार्य आरंभ होने के साथ ही बारिश और अक्टूबर-नवंबर में प्रदूषण विभाग के अल्टीमेटम के चलते काम प्रभावित रहा। एक ओर केंद्र सरकार ने एनएचएआई को फरवरी माह तक इंटरचेंज का निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं तो वहीं परतापुर पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य अभी शुरू भी नहीं हो सका है।

मार्च तक पूरा होगा काम

केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनने के साथ ही दिल्ली-मेरठ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की लचर पैरवी से प्रोजेक्ट लगातार पिछड़ता गया। आलम यह है कि सरकार का कार्यकाल पूर्ण होने को है और प्रोजेक्ट अभी भी पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने आचार संहिता लगने से पूर्व मार्च तक हाइवे का निर्माण पूर्ण करने के निर्देश एनएचएआई को दिए हैं तो वहीं इंटरचेंज और आरओबी के निर्माण के हो रही देरी सरकार के मंसूबों पर पानी फेरती नजर आ रही है।

यह निर्माण कार्य होना है

-परतापुर पर इंटरचेंज

-मोहिउद्दीनपुर में आरओबी

-परतापुर में एक माइनर ब्रिज

-काशी, अच्छरौंडा में टोल प्लाजा

-सलोना और परतापुर में दो अंडरपास

-सलोना और काशी में 3 कल्वर्ट बॉक्स

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इंटरचेंज का निर्माण कार्य प्रदूषण विभाग के निर्देशों के बाद बंद कर दिया गया था, जिसके चलते यह लेट हो रहा है। केंद्र सरकार द्वारा दी गई डेडलाइन तक काम पूरे का प्रयास एनएचएआई कर रहा है।

-किशोर कान्याल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई