जाम के तीन कारण

संडे को पुलिस परीक्षा में उमड़ी हजारों की युवाओं की भीड़ और भाजपा की रन फॉर यूनिटी के आयोजन ने शहर को जाम नगर बना दिया। इसके अलावा सुबह के समय घने कोहरे ने भी समस्या को और बढ़ाया। परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए सुबह से ही स्टूडेंट्स की भीड़ सड़क पर आ गई। दूसरी ओर, सुबह के समय ही आयोजित रन फॉर यूनिटी दौड़ ने भी ट्रैफिक की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया।

चौराहे, सड़क, सब जाम

जाम ने रविवार को शहर के लगभग सभी मुख्य चौराहों और सड़कों को प्रभावित किया। दिल्ली रोड, हापुड़ रोड, लालकुर्ती, बेगमपुल, रेलवे रोड, बागपत रोड, हापुड़ अड््डा, जली कोठी, कमिश्नरी, वेस्टर्न रोड आदि पर अधिक दिक्कत रही। इसके अलावा रेलवे स्टेशन और शहर स्थित बस अड्डों पर भी अफरातफरी का माहौल रहा। जाम में कई लालबत्ती लगी कार भी फंसी दिखी।

फेल हुई पुलिस व्यवस्था

सड़कों को जाम से बचाने और व्यवस्था बनाने के लिए सुबह से चौराहों पर एक-दो पुलिस कर्मी खड़े दिखे, लेकिन सड़क पर भीड़ बढ़ते ही पुलिस कर्मी भी गायब हो गए। इसका परिणाम भीषण जाम के रूप में सामने आया। सुबह नौ से ग्यारह और दोपहर एक बजे से तीन बजे तक सड़कों पर अधिक जाम की स्थिति रही। दिनभर सड़कें जाम होने और वाहनों की कतार लगने के बाद भी पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई।

टेंपों वालों की चांदी

जाम में फंसे और परीक्षा केंद्र पर पहुंचने की जल्दबाजी का लाभ टेंपों वालों ने जमकर उठाया। केंद्रों पर स्टूडेंट्स को पहुंचाने के  लिए मनमाना किराया वसूला गया। जबकि जाम में फंसी बसों में सवार यात्री भी मजबूरी में टेंपों में सवार हुए और करीब दो गुना किराया अदा किया।

वर्जन

पुलिस परीक्षा और रन फॉर यूनिटी को देखते हुए सुबह से ही ट्रैफिक व्यवस्था के लिए व्यवस्था की गई थी। कुछ स्थानों पर जाम की समस्या बनी। लेकिन पुलिस ने जाम खुलवाकर ट्रैफिक शुरू कराया।

पीके तिवारी, एसपी ट्रैफिक