- मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपी पुलिस गिरफ्त में, धरपकड़ जारी

- क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार, कुल बदमाश थे सात

- दस दिन पहले बनी थी डकैती के बाद मर्डर की योजना

- दिनभर रेकी के बाद दिया वारदात को अंजाम

- अभियुक्तों से मर्डर में प्रयुक्त हथियारों सहित गाड़ी बरामद

Meerut: नौचंदी थाना क्षेत्र के चैतन्यपुरम में 9 अगस्त को डकैती के बाद हुए घी कारोबारी रामगोपाल अग्रवाल मर्डर केस में पुलिस ने दो हत्यारों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को पुलिस ने हत्याकांड से पर्दाफाश किया और बताया कि मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस ने आरोपियों से घटना में प्रयुक्त हथियारों सहित लूटी गई कार व नकदी भी बरामद की है।

डकैती के बाद कत्ल

9 अगस्त की देर रात नौचंदी थाना क्षेत्र की चैतन्यपुरम कालोनी निवासी घी व्यापारी रामगोपाल अग्रवाल और परिजनों को घर में बंधक बनाकर डकैती डाली और विरोध करने पर कारोबारी की हत्या कर दी थी। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश कारोबारी की कार लेकर फरार हो गए थे। बदमाश करीब पांच लाख रुपये के नकदी और गहने लूटकर ले गए थे। पुलिस पर कांड के खुलासे को लेकर खासा दबाव था तो वहीं कारोबारियों ने डीआईजी रमित शर्मा से मिलकर विरोध भी व्यक्त किया था।

ऐसे बनी थी योजना

गिरफ्तार अभियुक्त अफजाल ने बताया कि वह जाकिर कालोनी में चाय की दुकान पर काम करता है। वहीं पर बैठकर घटना को अंजाम देने की योजना बनाई गई थी। घटना करने के लिए उसे मुल्ला कासिम ने उकसाया था, यही इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड है।

बाइक से की रेकी

गिरफ्तारी आरोपी अफजान व गुलफाम ने बताया कि सुबह 11 बजे से ही व्यापारी के घर की रेकी करने लगे थे। तीन बार घटनास्थल की रेकी की। तेल खरीदने का बहना बनाकर व्यापारी के घर में दाखिल होने के लिए भी रेकी के दौरान नौकरों से पूछा था।

गली सुनसान होने का किया इंतजार

मृतक के ड्राइवर बबलू ने पूछने पर बताया कि सेठ जी घर पर नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने देखा कि गली में चारों और लोग आ जा रहे थे। इसके चलते उन्होंने गली को सुनसान होने का इंतजार किया। शाम को करीब 8 बजे अफजाल और गुलफाम पुन: रामगोपाल अग्रवाल के घर पहुंचे।

25 टीन का सौदा

तेल खरीदने के बहाने पहले दो युवक गोदाम पर गए। उसके बाद एक-एक कर पांच लोग अंदर गोदाम में घुस गए और गोपाल अग्रवाल को कब्जे में लेने का प्रयास किया। इसका विरोध करते हुए व्यापारी ने अफजाल को तमाचा भी मारा था।

पेट में घोंप दिया चाकू

हाथापाई के बाद रामगोपाल को तीन लोगों ने पकड़ लिया और एक बाद एक चाकू से कई वार किए। जिसके चलते व्यापारी जमीन पर गिर गए। उनके मुंह से आवाज न निकले इसके लिए पहले से ही एक अन्य बदमाश ने कपड़ा उसका मुंह कपडे़ से दबाया हुआ था।

पत्‍‌नी को बनाया बंधक

गड़बड़ी की आशंका से कारोबारी की पत्‍‌नी गोदाम की तरफ गई तो नौशाद और शहनवाज ने उसके हाथ पैर रस्सी से बांधकर कट्टों के बीच में डाल दिया। इसके बाद व्यापारी की मां को बंधक बनाते हुए अंदर कमरों में जाकर आलमारी तोड़ी और लूटपाट की।

गाड़ी से हुए फरार

हत्या और डकैती को अंजाम देने के बाद बदमाश कारोबारी के घर पर खड़ी में बैठकर फरार हो गए। चार लुटेरों को लिसाड़ी गेट चौराहे पर उतरकर कार खैरनगर में खड़ी कर दी।

चाय की दुकान पर हुई मुलाकात

अगले दिन सुबह सभी आरोपी फिर से चाय की दुकान पर मिले। वहां मुख्य आरोपी मुल्ला कासिम ने अफजाल को 50 हजार रुपये देकर बाकी हिसाब बाद में करने की बात कही और करीब साढ़े चार लाख का माल लेकर फरार हो गया।

कांवड़ यात्रा बनी बाधक

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर शहर के हर कोने पर भारी पुलिस बल तैनात था। पूछताछ के दौरान नौशाद ने बताया कि यदि कांवड़ यात्रा न होती तो वे पुलिस की पकड़ में न आते। शहर से बाहर जाने के सभी रास्तों पर पुलिस थी। जिसके चलते वह बाहर नहीं निकल सके।

बना है जान का खतरा

मृतक रामगोपाल अग्रवाल के भाई दिनेश अग्रवाल ने पुलिस कार्यवाही पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस सरगना मुल्ला कासिम हो मान रही है। कासिम अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं है, ऐसे में उनके परिवार को जानमाल का खतरा बना हुआ है। पुलिस ने लूटी गई ज्वैलरी की बरामदगी भी नहीं दिखाई है।

ये हुए गिरफ्तार

-मोहम्मद अफजाल पुत्र रहीशुद्दीन गली नंबर-13, मजीदनगर थाना लिसाड़ी गेट

-नौशाद पुत्र दिलशाद, निवासी गली नंबर-13, हरि मस्जिद के पास अहमदनगर, थाना लिसाड़ी गेट

बरामदगी

- एक तमंचा, 315 बोर, दो कारतूस

- एक तमंचा, 12 बोर, 1 कारतूस

- घटना में प्रयुक्त चाकू

- 45,500 रुपये नकद

- होंडा मोबिलो कार नंबर यूपी 15 बीआर 4006

व्यापारी मर्डर कांड में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के मुख्य आरोपी मुल्ला कासिम सहित पांच से ज्यादा लोग अभी फरार है। पुलिस जल्द ही उन्हें भी पकड़ लेगी।

-दिनेश चंद्र दुबे, एसएसपी मेरठ