आई नेक्स्ट एक्सक्लूसिव

- रिश्वत लिए बिना किसी भी कार्यालय में कर्मचारी और अधिकारी नहीं करते हैं काम

- 2011 से लेकर 10 फरवरी 2015 तक दस शिकायतें एंटी करप्शन टीम को मिलीं

- एंटी करप्शन टीम ने दस मामलों में ग्यारह लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर भेजा जेल

Meerut: भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने के लिए अन्ना हजारे भी दिल्ली में धरना दे चुके हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्ली की राजनीति में उतरकर खूब सुर्खियों बटोर ली हैं। लेकिन भ्रष्टाचार की दीमक खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। मेरठ के पेंशन विभाग में एक लेखाकार पकड़ा गया तो फिर भ्रष्टाचार का मुद्दा सामने आ गया। मेरठ जोन में ख्0क्क् से लेकर क्0 फरवरी ख्0क्भ् तक दस शिकायतें एंटी करप्शन टीम को मिली, जिसमें ग्यारह लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर जेल भेजा गया। सवाल है कि भ्रष्टाचार आखिर खत्म कब होगा?

भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करें

भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए जनता को साथ आना होगा। किसी भी विभाग में रिश्वत देकर काम करने का दबाव अधिकारी या कर्मचारी द्वारा बनाया जा रहा है तो आप भी एंटी करप्शन विभाग में जाकर शिकायत करिए। आपकी शिकायत पर टीम द्वारा तुरंत एक्शन लिया जाएगा। टीम रंगे हाथों पकड़कर कर्मचारी और अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर जेल भेजेगी। इस तरह के मामले जब होंगे तो भ्रष्टाचारियों में भी हड़कंप मचेगा और इस तरह रिश्वत लेकर काम करने से कर्मचारी और अधिकारी भी बचेंगे। एंटी करप्शन टीम का खौफ विभाग के कर्मियों और अधिकारियों में पैदा हो जाएगा। रिश्वत रोकने के लिए जब तक जनता आवाज नहीं उठाएगी तब तक इसको रोक पाना मुश्किल हो जाएगा, इसलिए सब रिश्वतखोरों की शिकायत एंटी करप्शन टीम से करें।

यूपी में भ्रष्टाचार की दीमक

एनसीआरबी द्वारा लिए गए डाटा के आधार पर बात की जाए तो ख्0क्फ् में यूपी में ख्8 मामले सामने आए हैं। जिनमें सभी के खिलाफ मुकदमा कायम कर सख्त कार्रवाई विभाग द्वारा की गई है। जिसमें सात मामलों में एफआर भी लगा दी गई है। यदि ख्0क्ख् की बात की जाए तो म्ब् मामलें पेंडिंग में पड़े हुए हैं। जिनकी जांच पड़ताल जारी है। जांच पड़ताल के बाद ही इन मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मेरठ जोन में पकड़े गए मामले

क्। क्0 फरवरी ख्0क्भ् को पेंशन बनाने के नाम पर दस हजार रुपये रिश्वत लेने वाले पेंशन विभाग के लेखाकार सतीश गुप्ता को गिरफ्तार किया गया।

ख्। ख्0 जनवरी ख्0क्भ् को विद्युत विभाग हाथरस के अवर अभियंता शिवाकर सिंह को क्8 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

फ्। 0म् जून ख्0क्फ् को गाजियाबाद की तहसील सदर में कार्यरत लेखपाल सुनील चौधरी को लोनी से बीस हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था।

ब्। क्9 जून ख्0क्ख् को बुढ़ाना तहसील में कार्यरत सुनील कुमार लेखपाल को मुजफ्फनगर से आठ हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिफ्तार किया गया था।

भ्। 0ब् जनवरी ख्0क्ख् को मेरठ के मोहनपुरी में स्थित चिट एंड फंड आफिस से बुद्धिराम यादव साढ़े चार हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था।

म्। क्म् नवंबर ख्0क्क् को कृषि विभाग बागपत में तैनात रविंद्र कुमार क्लर्क को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।

7. क्8 अगस्त ख्0क्क् को जानसठ तहसील में तैनात लेखपाल मांगे राम को दस हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

8. क्0 जून ख्0क्क् को किसान सेवा समिति पांचली खुर्द मेरठ के सचिव गजराज सिंह को दस हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था।

9. फ्0 अप्रैल ख्0क्क् को वीरसेन चौहान दारोगा और इंस्पेक्टर मृत्युंजय सिंह गौतमबुद्धनगर को दस हजार रुपये रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

क्0. ख्म् फरवरी ख्0क्क् को प्रेम कुमार लिपिक बाल मुकुंद जनता इंटर कॉलेज सनौता फलावदा को पांच हजार रुपये रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

इन्होंने कहा

रिश्वतखोरी को रोकने के लिए हमारी टीम काम करती है। यदि किसी का काम रिश्वत देने के चलते नहीं हो रहा है तो वह हमसे शिकायत कर दे। हम रिश्वत खोर कर्मचारी और अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

जेपी काजला

इंस्पेक्टर

एंटी करप्शन डिपार्टमेंट

मेरठ।