- मीट बिक्री किए जाने के लिए मीट विक्रेताओं को माननी होंगी 24 शर्ते
BAREILLY: नियमों का पालन न किए जाने के वजह से बूचड़खानों के बंद होने के बाद मीट विक्रेताओं में हड़कंप मचा हुआ है, तो मीट बेचने और जानवर काटने की नियम-शर्तो से उनकी नींद उड़ी हुई है। हालांकि, यह नियम वर्षो से लागू हैं, जिनका पालन न करने की आदत उनकी रोजी-रोटी पर भारी पड़ रही है। फिलहाल, मीट विक्रेता धंधा शुरू करने के लिए कागजी प्रक्रिया पूरी कराने में लगे हुए हैं।
कुछ राजी तो कुछ निराश
मीट विक्रेताओं का कहना है कि शासन की तरफ से जारी 24 बिन्दुवार गाइडलाइंस फॉलो करना काफी कठिन है। ज्यादातर मीट विक्रेता इसे नहीं फॉलो कर सकेंगे, जिससे परिवार के पालन पोषण पर संकट आ जाएगा। पर वहीं, कुछ का कहना है कि नियमों को फॉलो करने का वह पूरा प्रयास कर रहे हैं। हांलाकि अचानक से सारी शर्ते फॉलो कर पाना उनके लिए टेढ़ी ख्ाीर है।
यह हैं वह 24 नियम
- धार्मिक स्थल से सौ मीटर की दूरी पर हों
- शाकाहारी संबंधी दुकानों के पास मीट विक्रय न हो
- दुकान में पक्षी या कोई अन्य जानवर नहीं काटे जा सकते
- कटान के पहले और बाद में सीवीओ जांच करेंगे
- 1 घंटे में 12 और दिन भर में 96 पशु की एंटीमॉर्टम जांच हो
- मीट की क्वालिटी डॉक्टर से प्रमाणित कराना अनिवार्य
- मीट, प्रोसेसिंग यूनिट में रखना होगा
- मीट ग्लास केबिन में या इंसुलेटेड फ्रिज में रखें
- जिला और राज्य स्तरीय कमिटी की अनुमति पर व्यापार हो
- मीट हैंडलिंग व्यक्ति के स्वस्थता का प्रमाण हो
- लाइसेंस के लिए जमीन अपनी हो या 99 वर्ष की लीज पर हो
- प्रेग्नेंट पशुओं और 3 माह के बच्चे वाले पशु नहीं कटेंगे
- नगर निगम, पुलिस और एफएसडीए की एनओसी जरूरी
- काटने के लिए स्टील के धारदार हथियार हों
- अवशेष निस्तारण के समुचित इंतजाम हो
- स्लॉटर हाउस का कचरा खुले में या आसपास न फेंकना
- कटे पशुओं का खून सीधे नालियों में न जाए
- मीट को गीले कपड़े से ढंकना मना है
- मच्छर, मक्खियों एवं कीट से बचाव की व्यवस्था
- दुकान के बाहर गहरे रंग के शीशे या पर्दे हों
- शर्त का पालन न करने पर लाइसेंस निरस्त होगा
पुलिस और नगर निगम की एनओसी समेत शर्तो को पूरा करने पर ही लाइसेंस जारी किया जाएगा। शर्तो को पूरा न करने पर लाइसेंस निरस्त होगा।
ममता कुमारी, डेजिग्नेटेड ऑफिसर, एफएसडीए
मीट बेचकर ही 30 साल से परिवार पाल रहा हूं। एनओसी के बाद ही लाइसेंस मिलेगा। शर्तो को फॉलो करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।
इंतजार हुसैन, विक्रेता, बानखाना