लॉरा बिंग्हाम: दुनिया भर के कल्चर और लाइफ स्टाइल को जानने की शौकीन ब्रिटेन की रहने वाली लॉरा बिंग्हाम ने अपने जुनून को ही जीवनशैली बना लिया और 7000 किलोमीटर यात्रा साइकिल से तय करते हुए वे ब्रिटेन से साउथ अफ्रीका गयीं। ये यात्रा पूरी तरह से उन्होंने अजनबियों की दयालुता पर र्निभर रह कर बिना पैसों के की। ब्रिटेन से निकल कर सबसे पहले वे ग्रीस पहुंची वहां पर उन्होंने कुछ बतौर बार टेंडर जॉब भी किया और वहां के कल्चर और जीवनश्ौली को समझा, इसके बाद वे बेल्जियम पहुंची और वहां रुक कर ब्रुसेल्स में पब में नौकरी करते हुए वहां के लाइफस्टाइल को समझा।

इन लोगों ने बिना पैसे घूम ली दुनिया

इसके बाद वो साउथ अफ्रीका गयीं। इस दौरान कई जगह उन्हें कई दिनों तक लगभग भूखे प्यासे और अक्सर बारिश में भीगते हुए भटकना पड़ा क्योंकि कोई भी उन्हें शरण देने और खाने की व्यवस्था करने को तैयार नहीं हुआ। वहीं कई बार अजनबियों ने उनका खुले दिल से स्वागत किया, रहने को जगह दी और भरपेट भोजन भी कराया। लॉरा इसे अपनी जर्नी का एक सबसे अहम् हिस्सा मानती हैं, जहां उन्हें मानवीय मूल्यों की समझ और कद्र आई।
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रॉब ग्रीनफील्ड: अमेरिका के रहने वाले रॉब ग्रीनफील्ड एक इनवायरमेंटलिस्ट, एडवेंचरिस्ट और व्यवसायी हैं। इसके साथ ही वो इंस्प्रेशनल लेखक और स्पीकर भी हैं। वे चैरिटी आरॅग्रेनाइजेशन वन परसेंट फॉर द वर्ड से जुड़े हैं और खुद भी एक संस्था ग्रीनफील्ड ग्रुप के संस्थापक हैं।

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लोगों का पानी और खाने को बर्बाद करने से रोकने और इसके लिए जागरुकता जगाने के लिए उन्होंने अमेरिका से ब्राजील तक करीब 4,700 मील की यात्रा साइकिल से की और इस दौरान खाने के लिए कचरे में फेंका गया खाना सही करके खाया और जगह जगह वॉटर लीकेज से इकठ्ठा करके पीने का पानी हासिल किया।
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रिहनल पटेल:पेशे से फ्री लांस पत्रकार रिहनल पटेल ने भी लोगों का ध्यान खाने की बर्बादी की ओर खींचने के लिए युनाइटेड किंगडम से हांगकॉंग तक की यात्रा की वो भी बिना पैसों के लिए। वो इस यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले देशों की संस्कृति का अध्ययन तो करती ही थीं साथ ही पेट भरने के लिए अनोखा तरीका अपनाती थीं ताकि लोग प्रेरित हो सकें।

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वो रेस्टोरेंटस में जा कर उनका बचा हुआ खाना मांग कर पेट भरतीं या फिर कूड़दानों में फेंक दिया खाना निकाल कर खाती थीं। ऐसा वो लोगों का ये समझाने के लिए करती थीं कि खाना फेंकना सबसे गलत काम है।    
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