वीसी ऑफिस में हुई नियुक्तियों पर भी उठे सवाल

सभी कॉलेजेस को पीजी कोर्स चलाने की अनुमति पर भी आपत्ति

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में सैटरडे को हुई एक्जक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में पीजी प्रवेश परीक्षा का पर्चा आउट होने का मुद्दा उठा। यह मुद्दा कानपुर से आए एक सदस्य ने पुख्ता तरीके से उठाया। वे बाकायदा अखबार लेकर पहुंचे थे। काउंसिल मेम्बर के सवाल करने पर यह कहकर बात खत्म करने की कोशिश की गई कि गड़बड़ी जैसी कोई बात नहीं है। बैठक में मौजूद वीसी ने साफ कहा कि पर्चा आउट होने की बात गलत है। कानपुर से आए सदस्य ने वीसी ऑफिस में कांट्रैक्ट बेस समेत हुई कुछ नियुक्ति पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने जानना चाहा कि जो नियुक्तियां हुई हैं। क्या वह पद यूजीसी से सैंक्सन्ड हैं? इस सवाल पर नाराजगी भी देखने को मिली।

जांची जाएगी गुरुजी की योग्यता

उधर, सभी कॉलेजेस में पीजी कोर्सेस की अनुमति देने पर भी कुछ सदस्यों को आपत्ति थी। सदस्यों का कहना था कि कई कॉलेज में संसाधन नहीं हैं और निर्धारित प्रक्रिया का भी पालन नहीं किया गया। इसपर यह कहा गया कि जो कॉलेज पीजी कोर्स चला सकते हैं, उन्हें नहीं रोका जाएगा। वहीं रिटायर्ड प्रोफेसर्स को री एम्प्लायमेंट दिया जाए या नहीं, इसपर काफी देर तक बहस हुई। तय किया गया कि रिटायरमेंट के बाद नियुक्ति के लिए अप्लाई करने वालों की योग्यता की परख होगी। इसपर कुछ सदस्यों ने यह कहकर आपत्ति जताई कि 65 साल में रिटायरमेंट के बाद प्रोफेसर लेवल के शिक्षक के योग्यता की परख जांचे जाने का क्या मतलब है? कहा गया कि न्यू एप्वाइंटमेंट को तरहीज दी जाएगी।

परीक्षा नियंत्रक को छोड़ना होगा एक पद

कार्य परिषद की बैठक में परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति पर भी चर्चा हुई। करेंट में प्रोफेसर एचएस उपाध्याय परीक्षा नियंत्रक हैं। निर्णय लिया गया है कि प्रो। उपाध्याय को कार्यकाल खत्म होने के बाद यदि इस पद पर बने रहना है तो उन्हें दर्शनशास्त्र विभाग का पद छोड़ना पड़ेगा। यदि वे अपने विभाग में लौटते हैं तो परीक्षा नियंत्रक की पोस्ट का नया विज्ञापन निकालकर नियुक्ति की जाएगी। यह प्रक्रिया जल्द पूरी किए जाने की सम्भावना है। उधर, साइंस फैकेल्टी के एक दिग्गज प्रोफेसर के बारे में यह चर्चा बनी रही कि उन्हें डिमोट किया जा सकता है। लेकिन बाद में पता चला कि यह मैटर एजेंडे में था ही नहीं। सदस्यों में बैठक का एजेंडा अंतिम समय पर मिलने के कारण भी नाराजगी दिखी।