- मंगलौर कस्बे से अपहरण कर गंगनहर में फेंके गए भाई-बहन में से पुलिस ने बहन का शव किया बरामद

- पुलिस ने जेल गए दोनों आरोपितों पर हत्या की धारा बढ़ाई

MANGLORE: मंगलौर कस्बे से अपहरण कर गंगनहर में फेंके गए भाई-बहन में से पुलिस ने बहन का शव मुजफ्फरनगर स्थित एक झाल से बरामद किया है। जबकि अभी तक चार साल के मासूम का शव बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने इस मामले में अब जेल गए दोनों आरोपितों पर हत्या की धारा बढ़ा दी है। इस मामले में हीना की नाबालिग बहन की संलिप्तता भी सामने आई थी।

एक जनवरी को हुआ था अपहरण

ननौता, जिला सहारनपुर, उप्र निवासी हीना अपने पति से तलाक के बाद तीन साल से मंगलौर कस्बे के मोहल्ला टोली में रह रही थी। एक जनवरी की रात को हीना की बेटी महक (6), बेटे अर्श उर्फ चांद ( 4) का अपहरण हो गया था। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने हीना के प्रेमी तबिज और उसके दोस्त आजम निवासी बुक्कनपुर कोतवाली मंगलौर को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा इस मामले में हीना की बहन की संलिप्तता भी सामने आई थी। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया था।

नशीली चॉकलेट खिलाकर किया अपहरण

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया था कि ताबिज और हीना पति-पत्नी की तरह रहते थे। ताबिज हीना से शादी करना चाहता था, लेकिन बच्चों को साथ नहीं रखना चाहता था। इसके चलते उसने अपने दोस्त आजम के साथ मिलकर बच्चों को नशीला चॉकलेट खिलाकर अपहरण कर लिया था। इसके बाद पुरकाजी जिला मुजफ्फरनगर के पास बच्चों को ¨जदा गंगनहर में फेंक दिया था। हीना की बहन को पूरे मामले की जानकारी थी, लेकिन वह मामला बार-बार पुलिस से छिपाती रही थी। पुलिस ने गंगनहर में दोनों बच्चों की तलाश की थी, लेकिन सुराग नहीं लग पाया था। मंगलौर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गिरीश चंद शर्मा ने बताया कि गुरुवार को मुजफ्फरनगर के पास चित्तौड़ झाल से महक का शव बरामद हुआ है। महक के मामा अकरम ने शव की शिनाख्त की है। अभी तक अर्श का पता नहीं चल पाया है। इस मामले में हत्या की धारा बढ़ा दी गई है।