फालोअप

-कमान संभालने वाले लीडरों के खिलाफ दर्ज की संगीन धाराओं में रिपोर्ट

-सुबह एक बार फिर आमने-सामने आ गए थे ग्रामीण और पुलिस

-ग्रामीणों का आरोप कि पुलिस गांव में घुसकर कर रही है परेशान

MEJA (27 Nov JNN): मेजा पावर प्रोजेक्ट को लेकर चल रहे बवाल पर पुलिस ने सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों को साथ लेकर प्रोटेस्ट करने वाले लीडर व उनके साथियों के खिलाफ पुलिस ने संगीन धाराओं में रिपेार्ट दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। इसी क्रम में गुरुवार को कई गांवों में दबिश भी दी। जहां पर उसे ग्रामीणों का विरोध भी झेलना पड़ा। वहीं पुलिस आफिसर दिनभर वहां पर माहौल को कूल बनाने की कोशिश में जुटे रहे। स्थानीय लोगों से बातचीत का प्रयास किया जाता रहा ताकि सब कुछ सामान्य हो सके। इसके लिए पूरे एरिया को छावनी में तब्दील कर दी गई।

राजीव चंदेल मुख्य आरोपी

खीरी थाने की पुलिस ने पुलिस टीम पर हमला करने और तांडव करने के बाद बुधवार की रात में राजीव चंदेल को मुख्य आरोपी माना। पुलिस ने राजीव सिंह चंदेल सहित ख्क् लोगों के खिलाफ धारा क्ब्7, क्ब्8, क्ब्9, फ्07, फ्फ्म्, फ्भ्फ्, फ्फ्ख्, क्8म्, फ्ख्फ्, भ्0ब्, भ्0म् एवं आईपीसी 7 सीएलए एक्ट के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज किया है। राजीव सिंह चंदेल के खिलाफ धारा क्0 गुंडा एक्ट एवं जिला बदर होते हुए आदेश का उल्लंघन संबंधी कार्रवाई अलग से हुई है। इसमें महिला एवं पुरुषं को मिलाकर सौ से भी ज्यादा अज्ञात लोग भी शामिल हैं। नामजद लोगों के संबंध में जब सीओ मेजा राजबीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नामजद लोगों के नाम को गोपनीय रखा गया है। दो चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद नाम बता दिया जाएगा। उधर पुलिस सूत्रों की मानें तो संघर्ष में शामिल किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है, जिसमें कई लोगों पर गुंडा एक्ट लगाने की भी तैयारी है।

दबिश जारी है

घटना के दूसरे दिन पीएससी के पांच दर्जन से भी ज्यादा जवानों ने सलैया कलां गांव में दबिश दिया। इस मौके पर बुधवार की घटना में चिंहित लोगों की गिरफ्तारी को लेकर अभियान चलाया गया। अभियान के तहत ज्यादातर घरों की तलाशी ली गई लेकिन एक भी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पीएससी की इस कार्रवाई को लेकर गांव में दहशत का माहौल है। खास कर महिलाएं डरी एवं सहमी हुई हैं। उन्हें इस बात का डर है कि कहीं पुलिस उनके घर वालों को पकड़ कर जबरदस्ती फर्जी मुकदमे में जेल न भेज दे।

बुधवार से शुरू हुआ था बवाल

कोहड़ार स्थित एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट के तहत सलैया कलां गांव में राख के कुएं का निर्माण कराया जा रहा है। इसके पहले भी पावर प्रोजेक्ट द्वारा निर्माण कार्य चालू कराया गया था लेकिन किसानों के भारी विरोध के चलते निर्माण कार्य बंद करना पड़ा था। इधर कुछ दिनों से सुरक्षा जवानों की मौजूदगी में फिर से निर्माण कार्य शुरू कराया गया है। बुधवार की दोपहर में विस्थापन विरोधी मंच के संस्थापक राजीव सिंह चंदेल व यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बाबा तिवारी की अगुवाई में सैकड़ों किसानों ने निर्माण कार्य को बंद कराने का प्रयास किया। इस मौके पर किसानों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए निर्माण स्थल की तरफ बढ़ना शुरू किया। जब सुरक्षा जवानों ने उनको रोकने का प्रयास किया तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में एसडीएम मेजा डॉ। विपिन मिश्र एवं उनके अर्दली अमरनाथ सहित एक दर्जन जवानों को गंभीर चोट आयी थी। जिसके बाद पीएससी के जवानों के जवाबी कार्रवाई करते हुए रबर की गोलियां चलाई। इस घटना में आधा दर्जन किसान भी जख्मी हुए। किसानों एवं जवानों के बीच हुए संघर्ष के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल रहा। घटना के दूसरे दिन आरोपी किसानों एवं किसान नेताओं का कोई अता पता नहीं था। सलैया कलां सहित ज्यादातर प्रभावित गांवों में भारी पैमाने पर सुरक्षा जवान तैनात रहे।