-दस दिवसीय शिल्प मेला का हुआ समापन, हर स्टॉल पर दिखी बंपर भीड़

गंगा महोत्सव के तहत आयोजित दस दिवसीय शिल्प मेला के आखिरी दिन खरीदारों की खूब जुटान रही। मेला अवधि को ग्राहकों के रुझान के चलते दो दिन और बढ़ा दिया गया था। एक्सटेंशन के बाद रविवार को समाप्त हो गया। हर शख्स अपने पसंदीदा सामान को जल्दबाजी में खरीदता नजर आया। शिल्पी भी जाते-जाते जितना सामान बिक जाए, इस लिहाज से लागत रेट पर ही ग्राहकों को उत्पाद बेचते नजर आए। यही वजह रहा कि इस बार 2.10 करोड़ का कारोबार हुआ जबकि पिछले साल 1.35 करोड़ का कारोबार हुआ था।

जमकर की खरीदारी

चौकाघाट स्थित गिरजा देवी सांस्कृतिक संकुल कैंपस में 295 शिल्पी स्टॉल्स पर, जबकि 80 शिल्पी खुले में अपने शिल्प का प्रदर्शन किए। वैसे तो मेले का औपचारिक समापन दस नवंबर को ही हो गया था, लेकिन ग्राहकों और शिल्पियों की बेहद मांग पर इसे दो दिन और बढ़ा दिया गया था। रविवार को सार्वजनिक अवकाश होने के कारण मेले में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ी। एक अनुमान के मुताबिक सुबह से देर शाम तक करीब 50 हजार लोगों ने अंतिम दिन न सिर्फ मेला देखा बल्कि जमकर खरीदारी की। संयुक्त निदेशक पर्यटक अविनाश चंद मिश्रा ने बताया कि शिल्प मेला में इस बार 2.10 करोड़ का कारोबार हुआ जबकि पिछले साल 1.35 करोड़ का कारोबार हुआ था।