कुम्भ मेला प्राधिकरण के गठन की प्रक्रिया शुरू, कमिश्नर और डीएम ने ली पहली बैठक

ALLAHABAD: 2019 में होने वाले अ‌र्द्धकुंभ के बेहतर आयोजन के लिए मेला प्राधिकरण के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बुधवार को गांधी सभागार में कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल और डीएम संजय कुमार ने पहली बैठक ली। कहा कि प्राधिकरण का गठन नो प्रॉफिट-नो लॉस की तर्ज पर किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी निर्माण कराया जाएगा, जिसके तहत शेड, पार्किंग, शौचालय, चेजिंग रूम, स्ट्रीट लाइट आदि बनवाया जाएगा।

प्राधिकरण तय करेगा मूल्य

डीएम संजय कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षाकर्मी मौजूद रहेंगे। प्राधिकरण के माध्यम से संगम क्षेत्र में सभी वस्तुओं का मूल्य निर्धारित किया जाएगा। प्राधिकरण में अधिकारियों, कर्मचारियों और इंजीनियर्स की परमानेंट नियुक्ति होगी और कमिश्नर और डीएम पदेन पदाधिकारी होंगे। डीएम ने कहा कि मेला प्राधिकरण सिर्फ मेला क्षेत्र में ही कार्य करेगा। इसमें मेला के कार्यदायी विभागों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

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आय का स्रोत बढ़ाएगा

कमिश्नर ने कहा कि प्राधिकरण के गठन से आय का स्रोत भी बढ़ेगा। श्रद्धालुओं की सुविधाओं के दृष्टिगत परेड से लेकर बंधा तक अस्थाई दुकानों का निर्माण किया जाएगा। प्राधिकरण के माध्यम से मेला क्षेत्र की व्यवस्था बढि़या होगी और कोई व्यक्ति मेला के जमीन पर अतिक्रमण नही कर पाएगा। कमिश्नर ने डीएम को प्राधिकरण का संक्षिप्त परिचय, व्यवस्थाएं, कार्यक्रम, बजट, स्टाफ आदि पर प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

कमिश्नर ने की कार्यो की समीक्षा

कमिश्नर ने गांधी सभागार में अ‌र्द्धकुंभ के कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने एसएसपी को नगर निगम, लोनिवि, एडीए, एनएच के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर श्रद्धालुओं के सुलभ यातायात हेतु प्राथमिकता के आधार पर प्लान बनाने का निर्देश दिया। ऐसी जगह बस स्टैंड स्थापित करें कि श्रद्धालुओं को कम चलना पड़े। बुजुर्ग और असहायों के लिए यातायात प्लान बनाया जाए। कहा कि मेला क्षेत्र के बाहर भी जीरो डिस्चार्ज टायलेट बनाया जाए। कमिश्नर ने सेतु निगम के कार्य पर नाराजगी जताते हुए कहा कि डीपीआर में प्रस्तुत कार्य अक्टूबर 2018 तक पूरे नही हुए विभाग के सभी अधिकारियों केा निलंबित किया जाएगा।