- पिपराइच परतावल रोड पर मुठभेड़ में पुलिस ने दबोचा

- बुधवार को एसटीएफ ने गोरखपुर में पकड़े थे दो बदमाश

GORAKHPUR: शहर में रंगदारी वसूलने के लिए कुख्यात चंदन सिंह गैंग ने फिर से पांव पसारना शुरू कर दिया है। पुलिस के दावों पर पानी फेरते हुए चंदन सिंह गैंग के गुर्गे शहर के भीतर रहकर रंगदारी वसूल रहे हैं। महराजगंज जिले में चंदन सिंह गैंग के दो बदमाशों से मुठभेड़ के बाद पुलिस हरकत में आई है। जेल में बंद चंदन के लिए काम करने वाले लोगों की तलाश शुरू हो गई है। अफसरों का कहना है कि चंदन गैंग के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को बिहार के दो शातिरों को एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने तारामंडल क्षेत्र से अरेस्ट किया था।

मुठभेड़ में दोनों बदमाशों काे लगी गोली

महराजगंज, परतावल के निवासी परतावल के ब्लाक प्रमुख हरिशंकर वर्मा के बेटे राजकुमार वर्मा से 10 लाख रंगदारी मांगी जा रही थी। फोन करने वाले खुद को चंदन सिंह गैंग बताकर रुपए न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे थे। इसकी सूचना ज्वेलरी कारोबारी ने पुलिस को दी। परतावल पिपराइच रोड पर रंगदारी की रकम लेने के लिए बदमाश पहुंचे। एसओ रामपाल यादव की अगुवाई में पुलिस टीम ने बदमाशों की घेराबंदी कर ली। पुलिस पर गोली दागने के चक्कर में मुठभेड़ हो गई। इस दौरान रकम लेने पहुंचे गुड्डू शर्मा और निहाल खां घायल हो गए। दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ में जुटी है।

तारामंडल में लिया था किराए का कमरा

23 सितंबर को चंदन सिंह गिरोह का बनकर बदमाशों ने ज्वेलरी कारोबारी, परतावल के प्रमुख के बेटे राजकुमार वर्मा को बदमाशों ने फोन किया। रुपए न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। पहली बार फोन आने पर राजकुमार ने इसे किसी की शरारत समझी। दोबारा जब कॉल आई तो उन्होंने एसओ को जानकारी दी। एसओ ने कहा कि जांच पड़ताल के लिए फोन पर बात करते रहे। राजकुमार ने रंगदारी की रकम देने का फैसला लिया। बदमाशों से बातचीत में गुलरिहा के भटहट में रुपया तय होने की बात हुई। लेकिन मामला लीक होने के डर से बदमाशों ने पिपराइच में मिलने को कहा। फिर पिपराइच- परतावल रोड पर रंगदारी लेने पहुंचे। पहले से पीछे लगी पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया। मुठभेड़ में दोनों पकड़े गए। पूछताछ में सामने आया कि गोरखपुर के तारामंडल में आठ हजार रुपए में किराए पर कमरा लेकर बदमाश रह रहे थे।

एसटीएफ ने दो बदमाशों को किया था अरेस्ट

बिहार के सीवान निवासी दोनों बदमाशों के साथ दो अन्य भी रंगदारी की घटना में शामिल हैं। महराजगंज पुलिस टीम उनकी तलाश में जुटी है। तारामंडल के जिस मकान में दोनों किराएदार थे। पुलिस उसके मालिक से भी पूछताछ करने की तैयारी में है। पुलिस का मानना है कि बिहार से जुड़े कई बदमाश शहर में रहकर वारदात कर रहे हैं। बुधवार को एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने बिहार के सीतामढ़ी निवासी राकेश राय उर्फ राकेश और सोनू रॉक उर्फ सोनू कुमार के दो बदमाशों को तारामंडल क्षेत्र से अरेस्ट किया था। राकेश राय के खिलाफ बिहार में 50 हजार और सोनू पर 20 हजार रुपए का ईनाम जारी किया था। तारामंडल में किराए पर कमरा लेकर रहने वाले इन दोनों बदमाशों के पकड़े जाने के बाद महराजगंज में मुठभेड़ की घटना की सामने आई। माना जा रहा है कि महराजगंज और गोरखपुर में पकड़े गए बदमाशों का आपस में कनेक्शन है।

वर्जन

मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। उनका चंदन गैंग से जुड़ाव था या नहीं, इसकी जांच हो रही है। दोनों बदमाश तारामंडल एरिया में आठ हजार रुपए प्रतिमाह पर किराए का कमरा लेकर रहते थे। उनके गैंग से जुड़े लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।

आशुतोष शुक्ल, एडिशनल एसपी, महराजगंज