- मामले के चश्मदीद मेरठ के विधायकों ने साझा किए अनुभव

-विपक्षियों ने साधा निशाना तो भाजपा के विधायक भी सहमे

मेरठ: सूबे की विधानसभा में मिला सफेद पाउडर विस्फोटक था। शुक्रवार को विधानसभा सत्र आरंभ होने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के इस खुलासे के साथ ही पक्ष-विपक्ष के विधायकों में खलबली मच गई। घटनाक्रम के चश्मदीद विधायकों ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से अनुभव को साझा किया। विपक्ष ने सुरक्षा पर जमकर सवाल उठाया तो वहीं भाजपा विधायक भी सहमे-सहमे नजर आए।

वर्जन

सफेद पाउडर मेरे सामने ही कुर्सी के नीचे से निकाला था सफाईकर्मी ने। उस समय सदन चल रहा था, बात आई-गई हो गई। विस्फोटक की पुष्टि के बाद तो ऐसा लगा कि जैसे हम विधानसभा में नहीं किसी जंगल में बैठे हैं क्या? हाई सिक्योरिटी रीजन में विस्फोटक मिला अब सरकार की नाकामी का इससे बड़ा क्या सबूत दूं? सरकार हर मोर्च पर फेल है। यह भाजपा का षडयंत्र भी हो सकता है किसी आतंकी हरकत से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

रफीक अंसारी, सपा विधायक

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12 जुलाई को विस्फोट मिला था। यह सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक है। विधानसभा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीएम ने इसकी जांच के भी आदेश दे दिए हैं।

-सोमेंद्र तोमर, विधायक मेरठ दक्षिण

विधानसभा में विस्फोटक मिलना गंभीर मामला है। सीएम ने एनआईए को इसकी जांच दी है। अब विधायक के साथ केवल उनका पीए ही अंदर जा सकेगा। आम आदमी की एंट्री बंद कर दी गई है।

-सत्यप्रकाश अग्रवाल, विधायक कैंट

विधानसभा में विस्फोटक मिलना जांच का विषय है। सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। मामला गंभीर है। यह अच्छा हुआ कि विस्फोटक फटा नहीं। नहीं तो जानमाल को बहुत नुकसान होता।

-जितेंद्र सतवई, विधायक सिवालखास

पूर्व विधायक और जनप्रतिनिधियों की आवाजाही पर रोक के बजाय सरकार यदि सुरक्षा की ओर ध्यान दे तो अच्छा होगा। सत्ता में रहे या विपक्ष में, मौजूदा विधायक हो या पूर्व विधायक। सबकी सत्ता में भागेदारी होती है। यह तुगलकी फरमान, जनप्रतिनिधि की रसूख की नाफरमानी है।

शाहिद मंजूर, पूर्व कबीना मंत्री

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