-हसबेंड ने कहा, वाइफ को अनाप-शनाप खर्च देने से इंकार करने की मिल रही सजा

-थाना प्रभारी की पिटायी से घायल हुआ रतन प्रसाद, एमजीएम में चल रहा है ट्रीटमेंट

-मामले के विरोध में तेली समाज आया आगे

-मैमोरेंडम सौंप कर कार्रवाई की मांग

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल : हसबेंड-वाइफ आदित्यपुर में रहते हैं, लेकिन वाइफ ने बिष्टुपुर थाना में कंप्लेन की है। मामला दर्ज होने के बाद अब बिष्टुपुर थाना प्रभारी हसबेंड को लगातार परेशान कर रहे हैं। मंडे की रात भी पुलिसकर्मी हसबेंड रतन प्रसाद को उठाकर थाना लाए और उसकी खूब पिटाई की। फिलहाल एमजीएम हॉस्पिटल में उसका ट्रीटमेंट चल रहा है। इसे लेकर तेली समाज आगे आ गया है और मामले की एसएसपी से कंप्लेन कर कार्रवाई की मांग की है।

एक लाख रुपए मांगने का आरोप

एसएसपी को सौंपे गए मैमोरेंडम में रतन प्रसाद ने कहा है कि वे आदित्यपुर हाउसिंग कॉलोनी में रहते हैं और बिष्टुपुर स्थित गुजराती सनातन समाज के पास से ऑटो चलाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नौ जून की रात 10 बजे बिष्टुपुर थाना प्रभारी जीतेन्द्र कुमार पुलिस के कुछ जवानों के साथ उसे जबरन थाना ले गए और एक लाख रुपए की मांग की। पैसे देने में असमर्थता जताने पर उसकी जमकर पिटाई की गई और ऑटो भी जब्त कर थाना में रखा। घायल रतन प्रसाद का एमजीएम हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट चल रहा है।

इसलिए हो रही परेशानी

रतन प्रसाद ने आरोप लगाया है कि उनकी वाइफ मीना, बेटी मधु, दोनों बेटे अखिलेश और मोहित कुमार प्रसाद बिष्टुपुर थाना प्रभारी के जरिए उसे प्रताडि़त करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे ऑटो चलाकर 24 साल से फैमिली का जीविकोपार्जन कर रहे हैं, लेकिन वाइफ के फिजुलखर्ची से वे परेशान हो गए। उनकी मांगों को पूरा न कर पाने के कारण ही वाइफ ने बिष्टुपुर थाना में दहेज प्रताड़ना का झूठा केस दर्ज कर दिया। इस मामले में कोर्ट से उन्हें स्टे के साथ ही एंटिसिपेटरी बेल भी मिल गया है। इसके बावजूद पुलिस उन्हें परेशान कर रही है।

कार्रवाई की मांग

इधर, रतन प्रसाद के एमजीएम हॉस्पिटल में एडमिट होने की जानकारी मिलते ही तेली समाज के लोग वहां पहुंचे। इसके बाद सभी एसएसपी ऑफिस पहुंचे और इस मामले से संबंधित एक मैमोरेंडम सौंप कर कार्रवाई की मांग की।