--ट्रैक मेंटेनर की सूझबूझ से बची राजधानी एक्सप्रेस

-बचरा बस्ती के निकट रेल लाइन में फैक्चर देख तत्काल रोकी ट्रेन

नई दिल्ली से रांची आ रही ट्रेन में आ रहे यात्रियों ने ली चैन की सांस

ट्रैक मेंटेनर राजेंद्र कुमार को पुरस्कार दिए जाने की अनुशंसा

पिपरवार : ट्रैक मेंटेनर राजेंद्र कुमार सेन की सजगता से गुरुवार की सुबह राजधानी एक्सप्रेस (2454 ए डाउन ट्रेन) हादसे का शिकार होते बाल-बाल बच गई। ट्रेन नई दिल्ली से रांची आ रही थी। बचरा बस्ती के निकट 146/24 व 146/26 किलोमीटर के बीच रेल लाइन में दरार पाए जाने के बाद ट्रैक मेंटेनर ने पटाखा सिग्नल व लाल झंडी का प्रयोग कर राजधानी एक्सप्रेस को रेल लाइन के क्षतिग्रस्त स्थान से 100 मीटर पहले रोक दिया, जबकि इस खतरे से अनजान राजधानी एक्सप्रेस 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी।

समय रहते लगाया ब्रेक

पायलट चालक मदन लाल व राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि ट्रैक मेंटेनर की सक्रियता से पटाखों की आवाज के बाद खतरा महसूस करते ही उन्होंने समय रहते ब्रेक लगा दिया। घटना सुबह 6.57 बजे की है। यात्रियों को जब ट्रेन रुकने के कारण का पता चला, तो उनके चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी। ट्रैक मेंटेनर की इस सजगता के लिए यात्रियों ने रेलवे से उसे पुरस्कृत करने की मांग की है।

अपने बलबूते कर दी मरम्मत (बॉक्स)

ट्रैक मेंटेनर ने ट्रेन रूकने के बाद अकेले ही क्षतिग्रस्त रेललाइन को जुगल प्लेट लगाकर मरम्मत कर दी। इसके बाद चालकों ने राय स्टेशन को घटना से अवगत कराया। सूचना मिलते ही हेंदेगीर से ट्रैक इंस्पेक्टर विपिन खेत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने रेल लाइन की जांच की। मरम्मत की गई लाइन को सही पाए जाने के बाद ट्रेन 8.04 बजे रांची के लिए रवाना हुई।

पुरस्कार देने के लिए अनुशंसा (बॉक्स)

लाइन मेंटेनर के बेहतर कर्तव्य निर्वहन के लिए विभाग द्वारा पुरस्कार के लिए उच्च अधिकारियों से अनुशंसा किए जाने की सूचना है। इस संबंध में राजेंद्र कुमार सेन ने बताया कि सुबह पांच बजे वे अप लाइन की जांच करते हुए डाउन लाइन से लौट रहे थे। तभी रेल लाइन के फैक्चर पर नजर पड़ी। उन्होंने रेल यात्रियों व ग्रामीणों की सहायता से रेल लाइन को दुरुस्त कर दिया।

एक घंटे रुकी रही ट्रेन (बॉक्स)

बचरा बस्ती के समीप 146/24 व 146/26 किलोमीटर के बीच राजधानी एक्सप्रेस डाउन ट्रेन 2454ए लगभग एक घंटे रुकी रही। गाड़ी 6.57 मिनट पर रेल ट्रैक पर खड़ी हो गई थी। जो मरम्मत के बाद 8.04 मिनट पर वहां से रवाना हुई। गाड़ी रवाना होने के बाद ट्रेन के यात्रियों ने राहत की सांस ली है।