कंपनी ने फ़ूड ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के उल्लंघन का दोष भी मान लिया है। इस दवा को वर्ष 2004 में बाज़ार से हटा लिया गया था। उस समय ये जानकारी सामने आई थी कि इस दर्द निवारक दवा से दिल के दौरे और स्ट्रोक का ख़तरा बढ़ जाता है।

आपराधिक मामला इस तथ्य को लेकर दर्ज हुआ था कि आधिकारिक रूप से मंज़ूरी मिलने से पहले ही वायोक्स को गठिया के इलाज के रूप में भी प्रचारित किया जा रहा था।

सहमति

मर्क पहले ही मरीज़ों और रिश्तेदारों को क़रीब पाँच अरब डॉलर का हर्जाना देने को सहमत हो चुकी है। मर्क ने वर्ष 1999 में इस दवा की मार्केटिंग शुरू की थी। कंपनी ने न सिर्फ़ इसे दर्द निवारक दवा के रूप में पेश किया बल्कि इसे गठिया के इलाज से भी जोड़ दिया। हालाँकि इस दवा को एक दर्द निवारक के रूप में ही मंज़ूरी मिली थी।

अमरीका के न्याय मंत्रालय का कहना है कि कंपनी ने इस संबंध में दी गई चेतावनी की अनदेखी की और वर्ष 2004 तक ऐसा करना जारी रखा।

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