-शहर के अधिकांश मैरिज हॉल में फायर बिग्रेड की गाड़ी एंट्री करने तक का नहीं है कोई रास्ता

BAREILLY :

शहर के मैरिज हॉल न केवल सड़कों पर पार्किंग करा रहे है। बल्कि, फंक्शन की खुशियों पर आफत बरसाने के भी इंतजाम किए हुए हैं। शॉर्ट सर्किट या फिर किन्हीं वजहों से इन बैंक्वेट हॉल में चिंगारी भड़क जाए, तो आग की लपटों से बचकर पब्लिक बाहर आने से रही। फायर ब्रिगेड की गाड़ी एंट्री करने के लिए जगह भी नहीं है। खतरनाक हालात का खुलासा दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में हुआ। जब टीम ने पीलीभीत रोड स्थिति कई बैंक्वेट हॉल का जायजा लिया तो, चौंकाने वाले नजारे सामने आए, जिसमें सबसे अहम पहलू इमरजेंसी एग्जिट गेट न हाेना रहा।

मोटी कमाई, सुरक्षा धेला भर

मैरिज हॉल ओनर्स पार्टी के नाम पर सीधे पैकेज बुक करते हैं। इसमें वह टेंट, लाइटिंग, डेकोरेशन, मंडप, जेनरेटर, गेट, स्टेज, जयमाला, वेटर आदि पैकेज में शामिल करके बताते हैं। इसके अलावा जेनरेटर का डीजल और खाने-पीने पर होने वाला खर्च अलग से वसूल करते हैं। पैकेज के नाम पर मोटी रकम भी वसूलते हैं बावजूद इसके मैरिज हॉल ओनर्स सुरक्षा के नाम पर पब्लिक को धोखा दे रहे हैं। ज्यादातर मैरिज हॉल में आग लगने की स्थिति में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम तक नहीं हैं।

फहम लॉन: पीलीभीत बाईपास रोड

रिपोर्टर: 15 अप्रैल की शादी के लिए हॉल चाहिए।

मैनेजर: ठीक है मिल जाएगा, हमारे पास तीन लॉन है। जो चाहिए बता दो।

रिपोर्टर: मतलब तीन लॉन हैं अलग-अलग।

मैनेजर: हां फहम और फ्लोरा गार्डन में एक-एक हजार पब्लिक की कैपिसिटी है, जबकि एक तीसरा लॉन बगल में है उसमें 500 लोगों की कैपेसिटी है। लेकिन सभी का पैकेज है।

रिपोर्टर: कितने का पैकेज है।

मैनेजर: फहम लॉन में 2.5 लाख, फ्लोरा गार्डन में 3.5 लाख और तीसरे वाले लॉन के लिए 90 हजार रुपए जाएंगे। डीजल और खाने का इंतजाम आपको करना होगा।

रिपोर्टर: एंट्री गेट एक ही है या कोई और भी है।

मैनेजर: हमारे तीन मैरिज लॉन है तीनों में इमरजेंसी एग्जिट गेट नहीं है।

मेफेयर लॉन : डोहरा रोड

रिपोर्टर: मैरिज हॉल शादी के लिए 16 अप्रैल को चाहिए था।

मैनेजर: मिल जाएगा लेकिन हमारे यहां पर पैकेज ही मिलेगा।

रिपोर्टर: कितने का पैकेज है।

मैनेजर: पैकेज 2.5 लाख का है

रिपोर्टर: एंट्री गेट और इमरजेंसी एग्जिट गेट कितने हैं

मैनेजर: एंट्री गेट एक ही है। इमरजेंसी एग्जिट गेट एक भी नहीं है। आपको एंट्री गेट का क्या करना है।

रिपोर्टर: कोई वाहन मैरिज हॉल के अंदर ले जाना हो तो कैसे पहुंच सकता है।

मैनेजर: मैरिज हॉल के अंदर कोई वाहन नहीं पहुंच सकता है। क्योंकि मेन गेट पर सीढि़या बनी हुई हैं।

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शहर के बारात घरों में फायर सेफ्टी सिस्टम न होने के बाबत सीएफओ केएन रावत से कुछ सवाल किए गए, तो वह गैरजिम्मेदाराना जवाब देकर पब्लिक की सुरक्षा से पल्ला झाड़ लिया।

सवाल: फायर सेफ्टी को लेकर पब्लिक प्लेस पर सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है।

जवाब: पब्लिक प्लेस पर फायर को लेकर हमारी जिम्मेदारी तो है, लेकिन हमसे जब कोई अनुमति ही नहीं लेता है, तो क्या करूं।

सवाल: मैरिज हॉल में टेंट लगते हैं क्या इनके कोई मानक हैं।

जवाब: हमारे पास अभी तक कोई मैरिज हॉल ओनर या मैनेजर टेंट लगाने की अनुमति लेने के लिए ही नहीं आया। टेंट ओनर नगर निगम में रजिस्ट्रेशन कराते हैं हमारे पास नहीं आते हैं।

सवाल: मैरिज हॉल वालों ने आपसे अनुमति नहीं ली इसके लिए आपकी तरफ से कोई कार्रवाई हुई अब तक।

जवाब: हम तो केवल रिपोर्टिग आफिसर हैं। मैरिज हॉल ओनर बीडीए और नगर निगम से अनुमति लेते हैं हमारे पास कोई अनुमति लेने ही नहीं आया। हमारी तरफ से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।